पोप फ्रांसिस ने वेटिकन का अर्थतंत्र साफ-सुथरा बनाने की अपील की
पोप फ्रांसिस ने इस मुलाकात में किसी खास घोटाले का जिक्र नहीं किया लेकिन उन्होंने वेटिकन की साफ-सुथरी अर्थव्यवस्था पर जोर दिया और उसकी स्थापना के लिए जांच दल से सहयोग की अपील की।वेटिकन साफ-सुथरी अर्थव्यवस्था का पक्षधर है।
रोम, एपी। पोप फ्रांसिस ने यूरोप के एंटी मनी लांड्रिंग विशेषज्ञों से कहा है कि वेटिकन साफ-सुथरी अर्थव्यवस्था का पक्षधर है। इसलिए वे चंदे मिलने वाली धनराशि और धर्मस्थान में होने वाली अन्य तरह की आय का साफ-सुथरा लेखा-जोखा तैयार करें। साथ ही घोटाले की आशंका से भी पर्दा उठाएं। पोप ने विशेषज्ञों के दल से अपोस्टोलिक पैलेस की लाइब्रेरी में मुलाकात की। ऐसा पहली बार हुआ है जब पोप ने इस प्रकार से किसी जांच दल को बुलाकर उससे इस तरह की बात कही है।
पोप ने वेटिकन को मिलने वाले चंदे-दान और उसके निवेश में गड़बड़ी होने की चर्चा के बाद इस तरह का कदम उठाया है। पोप ने कहा, प्रभु ईसा मसीह ने आराधना स्थल को व्यापारियों से मुक्त कराने का जो प्रयास किया था, वह भी उसी पर कार्य कर रहे हैं। पोप ने इस मुलाकात में किसी खास घोटाले का जिक्र नहीं किया लेकिन उन्होंने वेटिकन की साफ-सुथरी अर्थव्यवस्था पर जोर दिया और उसकी स्थापना के लिए जांच दल से सहयोग की अपील की।
चीन के साथ किए गए समझौते का बचाव
वेटिकन ने बिशप नियुक्ति को लेकर चीन के साथ किए गए एक समझौते का बचाव किया है। साथ ही इसमें कहा गया है कि उसने इस करार को लेकर चीन के साथ बातचीत तेज कर दी है। चीनी सरकार और वेटिकन के बीच 2018 में यह समझौता हुआ था, जिसमें कहा गया था कि चीन में केवल चीनी मूल के बिशप की नियुक्ति की जा सकेगी। अगले महीने समझौते का नवीनीकरण होने की उम्मीद है। अमेरिका ने इसकी कड़ी आलोचना की है। वेटिकन सिटी में कैथोलिक ईसाइयों का मुख्यालय है।
वेटिकन के कार्डिनल पिएत्रो पैरोलिन ने शनिवार को बताया कि पोप की ओर से बीजिंग को वार्ता की राह पर लाने के लिए लंबे समय से कोशिश की गई थी। उन्होंने इस बात की पुष्टि की कि चीन के साथ समझौते के मसौदे को सेवामुक्त पोप बेनेडिक्ट ने स्वीकृति दी थी और मौजूदा पोप फ्रांसिस के कार्यकाल में वषर्ष 2018 में इस पर हस्ताक्षर किया गया था। वेटिकन अब इस समझौते की अवधि को विस्तार देने का प्रयास कर रहा है।