पोलैंड ने नोबेल पुरस्कार जीतने वाली लेखिका को अपने देश में कुछ इस तरह दिया गया सम्मान
पोलैंड ने अपने ही देश के साहित्य में नोबेल पुरस्कार जीतने वाली लेखिका को कुछ अनूठे तरीके से सम्मान दिया है।
वारसा, एएफपी। पोलैंड ने अपने ही देश के साहित्य में नोबेल पुरस्कार जीतने वाली लेखिका को कुछ अनूठे तरीके से सम्मान दिया है। इसमें जो भी शख्स पोलैंड की नोबेल साहित्य पुरस्कार विजेता ओल्गा टोकरईचुक की पुस्तक अपने पश्चिमी शहर व्रोकला में साथ लेकर चलेगा, उसे रविवार को सार्वजनिक परिवहन में मुफ्त यात्रा की अनुमति होगी। इस तरह से उनकी पुस्तकों का प्रचार होगा और लोगों को मुफ्त यात्रा का आनंद मिलेगा। यह जानकारी शुक्रवार को स्थानीय प्रशासन ने दी।
2018 के लिए विजेता चुनी गई ओल्गा को पोलैंड में अपनी पीढ़ी की सर्वाधिक प्रतिभाशाली उपन्यासकारों में शुमार किया जाता है। सिटी हॉल के प्रवक्ता प्रेजमिसलाव गेलकी ने बताया कि गुरुवार को जैसे ही हमने यह खबर सुनी कि ओल्गा टोकरईचुक को नोबेल पुरस्कार मिला है, हम अपने शहर के सभी निवासियों के साथ यह खुशी साझा करना चाहते थे, जिसने हाल में लेखक को एक सम्मानित नागरिक बना दिया है। रविवार को शहर के 650,000 लोगों के लिए ओल्गा टोकरईचुक की पुस्तक या ई-बुक ले जाने पर मुफ्त में सार्वजनिक परिवहन की यात्रा की अनुमति होगी। 57 वर्षीय टोकरईचुक का समय आमतौर पर चेक गणराज्य के साथ सीमा पर व्रोकला और क्राजनो के पश्चिमी गांव के बीच व्यतीत होता है।
लट वाले बाल, खिलाड़ी, शाकाहारी और वामपंथी ओल्गा टोकरईचुक जो पोलैंड के परंपरावादियों की आलोचना करने से नहीं कतराती हैं, उन्होंने जून में कहा था कि व्रोकला यूरोप के सबसे सुंदर और महत्वपूर्ण शहरों में से एक है। टोकरईचुक ने गुरुवार को 2018 नोबेल साहित्य पुरस्कार जीता है, जिसकी घोषणा में यौन उत्पीड़न कांड के कारण एक साल की देरी हुई। उनके बारे में स्वीडिश अकाडमी ने कहा था कि ओल्गा को एक ऐसे विमर्श की परिकल्पना के लिए सम्मान मिला है, जो सीमाओं को लांघने की विश्वव्यापी चाहत को दर्शाती है।