दक्षिण अफ्रीका ने फीनिक्स सेटलमेंट को राष्ट्रीय धरोहर स्थल घोषित किया, महात्मा गांधी से जुड़ी है इमारत
महात्मा गांधी ने फीनिक्स सेटलमेंट में एक आश्रम की स्थापना की थी और अपने अखबार ‘इंडियन ओपिनियन’का प्रकाशन किया था। सरकार की तरफ से कहा गया कि यह भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच मजबूत संबंधों की पुष्टि करता है।
जोहानिसबर्ग, पीटीआइ। दक्षिण अफ्रीका सरकार ने गांधी जयंती पर डरबन में फीनिक्स सेटलमेंट को राष्ट्रीय धरोहर स्थल घोषित किया और इस अवसर पर पूरे देश में कई कार्यक्रम आयोजित किए गए। भारतीय उच्चायुक्त जयदीप सरकार ने फीनिक्स सेटलमेंट संबंधी घोषणा का शुक्रवार को स्वागत किया। महात्मा गांधी ने फीनिक्स सेटलमेंट में एक आश्रम की स्थापना की थी और अपने अखबार ‘इंडियन ओपिनियन’ का प्रकाशन किया था।
फीनिक्स सेटलमेंट को राष्ट्रीय धरोहर स्थल घोषित करने के बाद सरकार ने कहा, 'यह भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच मजबूत संबंधों की पुष्टि करता है और यह हमें टॉलस्टॉय आश्रम के लिए भी जोहानिसबर्ग में ऐसा करने की दिशा में एक खाका प्रदान देता है।'
उन्होंने कहा कि हम सभी को मिलकर दक्षिण अफ्रीका सरकार से निवेदन करना चाहिए कि वह टॉलस्टॉय फार्म को भी राष्ट्रीय विरासत स्थल के रूप में इसी प्रकार मान्यता दे। सरकार ने कहा कि इससे न केवल यह स्थल संरक्षित होगा, बल्कि उन विरासतों, विचारों और मूल्यों का भी संरक्षण होगा, जिनसे गांधी भावी पीढ़ियों को भी प्रेरित करते रहेंगे।
उन्होंने आगे कहा कि अहिंसा और सत्याग्रह जन आंदोलन जैसे राजनीतिक विचार 20वीं शताब्दी में काफी प्रासंगिक रहे, लेकिन दुर्भाग्य से मानव इतिहास ने हमें दिखाया है कि उत्पीड़न और अन्याय कभी भी समाज से दूर नहीं हुए। सरकार टॉलस्टॉय फार्म में आधिकारिक तौर पर सार्वजनिक सुविधाओं को शुरू करने के लिए महात्मा गांधी स्मारक संगठन (एमजीआरओ) के कार्यक्रम में शामिल हुए।
Consul General Anish Rajan paid homage to #MahatmaGandhi at the Phoenix settlement on #GandhiJayanti
The historical portion of the Phoenix settlement established in 1904 by #Gandhiji has been recently declared a National Heritage Site in South Africa. pic.twitter.com/8fWOJQNGMT— India in Durban (@CGIDurban) October 2, 2020
बता दें कि जोहानिसबर्ग में महात्मा गांधी की 151वीं जयंती के दिन कई अन्य कार्यक्रमों का आयोजन किया गया, जिनका समन्वय भारतीय महावाणिज्य दूत अंजू रंजन ने किया।