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गलती से मगरमच्छ के बेड़े में गिरा 72 वर्षीय बुजुर्ग, 40 मगरमच्छों ने शरीर के टुकड़े कर खून में लथपथ छोड़ा; मौत

Phnom Penh एक 72 वर्षीय बुजुर्ग गलती से मगरमच्छ के बेड़े में गिर गया जिसके बाद 40 मरगमच्छों ने उस पर हमला करके उसे मौत के घाट उतार दिया। मगरमच्छों ने मृतक को तब तक नोचा जब तक नह मर नहीं गया।

By AgencyEdited By: Shalini KumariPublished: Fri, 26 May 2023 01:28 PM (IST)Updated: Fri, 26 May 2023 01:28 PM (IST)
गलती से मगरमच्छ के बेड़े में गिरा 72 वर्षीय बुजुर्ग, 40 मगरमच्छों ने शरीर के टुकड़े कर खून में लथपथ छोड़ा; मौत
40 मगरमच्छों ने 72 वर्षीय बुजुर्ग को नोंचकर मार डाला

नोम पेन्ह, एजेंसी। नोम पेन्ह में एक बहुत ही दर्दनाक हादसा हो गया है, जिसे सुनकर लोगों की रूह कांप जा रही है। दरअसल, वहां पर करीब 40 मगरमच्छों ने शुक्रवार को एक कंबोडियाई व्यक्ति को मार डाला। बताया जा रहा है कि वह व्यक्ति गलती से मगरमच्छों के बेड़े में गिर गया और उस दौरान मगरमच्छों का शिकार हो गया।

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72 वर्षीय व्यक्ति को नोंच गए 40 मगरमच्छ

पुलिस ने जानकारी दी कि मृतक अपने परिवार के सरीसृप फार्म (Reptile Farm) पर गया था, उसी दौरान अचानक वह मगरमच्छ के बेड़े में गिर गया। 72 वर्षीय व्यक्ति ने खुद को बचाने की बहुत कोशिश की। दरअसल, व्यक्ति जिस पिंजरे में गिरा था, वहां एक एक मगरमच्छ ने अंडे दिए थे। जब उस व्यक्ति ने एक छड़ी की मदद से बाहर निकलने की कोशिश की, तभी उस मगरमच्छ ने उसकी छड़ी को खींच लिया।

शरीर के टुकड़े करके खून में लथपथ छोड़ा

इसके बाद मगरमच्छ के झुंड ने फिर उस व्यक्ति को चारों ओर से घेर लिया और फिर उसके शरीर के टुकड़े-टुकड़े कर दिए। अंत में, उन्होंने मृतक के शरीर के टुकड़ों को खून से लथपथ छोड़ दिया। पुलिस प्रमुख मे सावरी ने बताया, "जब वह अंडे देने वाले पिंजरे में मगरमच्छ से बचने के लिए छड़ी का इस्तेमाल कर रहा था, तभी मगरमच्छ ने छड़ी पर हमला कर दिया, जिससे वह बेड़े में गिर गया।"

पुलिस ने बताया, "फिर अन्य मगरमच्छों ने उस पर तब तक हमला किया जब तक वह मर नहीं गया।" व्यक्ति के शरीर के अवशेष में काटने के निशान पड़े हुए थे। उन्होंने कहा कि आदमी का एक हाथ मगरमच्छ ने काट लिया और निगल लिया था।

पहले भी दो साल की बच्ची हुई शिकार

पुलिस प्रमुख ने कहा कि 2019 में एक दो साल की बच्ची को भी मगरमच्छों ने मार डाला और खा लिया था। दरअसल, बच्ची गांव में अपने परिवार के घूमने गई थी और वहीं भटक गई थी। अंगकोर वाट के प्रसिद्ध खंडहरों के प्रवेश द्वार शहर सिएम रीप के आसपास कई मगरमच्छ के खेत हैं। इन मगरमच्छों को उनके अंडे, खाल और मांस के साथ-साथ उनके बच्चों के व्यापार के लिए रखा जाता है।


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