Afghanistan: अभिभावकों और छात्रों की तालिबान से स्कूल खोलने की अपील, कहा- बच्चों पर पड़ रहा नकारात्मक प्रभाव
अफगानिस्तान में अभिभावकों और छात्रों ने तालिबान से लड़कियों के लिए हाई स्कूलों को खोलने की अपील की है। शनिवार को अभिभावकों ने कहा कि स्कूल बंद होने का बच्चों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा है। उन्होंने आगे कहा कि कई बच्चे मानसिक रूप से बीमार पड़ गए हैं। फाइल फोटो।
काबुल, एएनआई। अफगानिस्तान में अभिभावकों और छात्रों ने तालिबान से लड़कियों के लिए हाई स्कूलों को खोलने की अपील की है। देश में 544 दिनों से लड़कियों के लिए स्कूल बंद हैं। शनिवार को अभिभावकों ने कहा कि स्कूल बंद होने का बच्चों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा है। कई मानसिक रूप से बीमार पड़ गए हैं। अभिभावकों ने 21 मार्च से शुरू होने जा रहे नए शिक्षा सत्र में लड़कियों के लिए छठी से आगे की कक्षाओं को खोलने को कहा है।
लड़कियों की पढ़ाई पर प्रतिबंध
अफगानिस्तान में सत्ता संभालने के बाद तालिबान ने लड़कियों की छठी से आगे की पढ़ाई पर रोक लगा दी। पिछले वर्ष दिसंबर में लड़कियों एवं महिलाओं के विश्वविद्यालय जाने और एनजीओ में काम करने पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। महिलाओं को पार्क एवं जिम में जाने पर रोक लगी हुई है और बिना पुरुष को साथ लिए वह घर के बाहर नहीं निकल सकती हैं।
बल्ख प्रांत में आइएस के ठिकाने पर कार्रवाई
तालिबान सुरक्षा बल ने मजार-ए-शरीफ में इस्लामिक स्टेट (आइएस) के ठिकाने पर धावा बोला। तालिबान के प्रवक्ता जबिउल्ला मुजाहिद ने कहा कि कार्रवाई में आइएस के कई आतंकी मारे गए और तालिबान सुरक्षा बल का एक सदस्य घायल हुआ है।
तालिबान के सत्ता में आने के बाद 50 प्रतिशत पत्रकारों की नौकरी गई
अफगानिस्तान में तालिबान के सत्ता संभालने के बाद से 50 प्रतिशत से ज्यादा पत्रकार बेरोजगार हो गए हैं। कई कारणों, खास तौर से वित्तीय मामले के कारण मीडिया संस्थान बंद किए गए हैं।
पेशावर से जलालाबाद के बीच बस सेवा को अनुमति
पाकिस्तान और अफगानिस्तान के अधिकारी पाकिस्तानी प्रांत खैबर पख्तूनख्वा में पेशावर और अफगानिस्तानी प्रांत नानगरहार में जलालाबाद के बीच बस सेवा शुरू करने के लिए सहमत हो गए हैं। अफगानिस्तान अंतरराष्ट्रीय समन्वय सेल की बैठक में फैसला लिया गया।