जानें, पाक सेना को क्यों लगी मिर्ची, फिर गरमाया बालाकोट मुद्दा, भारतीय सिनेमा ने की ये पहल...
पाकिस्तान के बालाकोट स्थित आतंकी शिविरों पर भारतीय वायुसेना की एयर स्ट्राइक पर बनने वाली फिल्म से पाकिस्तानी सेना बेचैन हो उठी है।
इस्लामाबाद, एजेंसी । इन दिनों पाकिस्तान सेना में बेचैनी साफ देखी जा सकती है। दरअसल, पाकिस्तान के बालाकोट स्थित आतंकी शिविरों पर भारतीय वायुसेना की एयर स्ट्राइक पर बनने वाली फिल्म से पाकिस्तानी सेना बेचैन हो उठी है। इस फिल्म पर पाकिस्तान सेना की बौखलाहट देखी जा सकती है। पाकिस्तान सेना के प्रवक्ता ने ट्वीट के जरिए भारतीय फिल्मकारों के प्रति अपनी बौखलाहट जाहिर की है।
With due respect to WC Abhinandan as a soldier, yes the dream could only be fulfilled through Bollywood. Denial of sham strike on 26 Feb and wreckage of 2 IAF jets shot by PAF on 27 Feb will haunt you despite that.
Film on Balakot airstrike and Abhinandan https://t.co/rsZtgNdenD" rel="nofollow
— Asif Ghafoor (@peaceforchange) December 13, 2019
गौरतलब है कि भारतीय फिल्म निर्माता संजय लीला भंसाली एवं भूषण कुमार ने फरवरी महीने में पाकिस्तान के बालाकोट स्थित आतंकी शिविरों पर भारतीय वायुसेना के हवाई हमलों पर फिल्म बनाने की घोषणा की थी।उन्होंने फिल्म निर्माण का ऐलान करते हुए लिखा था कि - आइए, देश की धरती के सपूतों के प्रति अपनी श्रद्धा को व्यक्त करते हैं। राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त निर्देशक अभिषेक कपूर की यह फिल्म 2019 बालाकोट स्ट्राइक पर आधारित है। एक कहानी जो भारतीय वायुसेना की उपलब्धियों की गाथा सुनाती है।
पुलवामा आतंकी हमले के बाद भारतीय वायु सेना ने पाकिस्तान के बालाकोट स्थित आतंकी शिविरों पर भारतीय वायुसेना की एयर स्ट्राइक में कई आतंकवादी मारे गए थे। भारतीय सेना ने बाकायदा इसका वीडियो भी जारी किया था। भातीय वायु सेना के इस पराक्रम को दुनिया भर में सराहा गया था। बॉलीवुड फिल्मकार संजय लीला भंसाली और भूषण कुमार ने बीते फरवरी महीने में पाकिस्तान के बालाकोट स्थित आतंकी शिविरों पर भारतीय वायुसेना के हवाई हमलों पर फिल्म बनाने का ऐलान किया है।
15 फरवरी, 2019 सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद
15 फरवरी को जम्मू कश्मीर में पुलवामा आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे। करीब दो दर्जन जवान घायल हुए थे। इस हमले के तुरंत बाद पाकिस्तान से संचालित होने वाले आतंकी संगठन जैश-ए-मुहम्मद ने एक वीडियो जारी कर इस हमले की जिम्मेदारी ली थी। हमले को पाकिस्तान से संचालित जैश-ए-मुहम्मद के आत्मघाती दस्ते अफजल गुरु स्क्वाड के स्थानीय आतंकी आदिल अहमद उर्फ वकास ने अंजाम दिया था। उसने 320 किलो विस्फोटकों से लदी स्कॉर्पियो को सीआरपीएफ के काफिले में शामिल जवानों से भरी एक बस को टक्कर मारकर उड़ा दिया था।
बीते एक दशक के दौरान कश्मीर में अब तक के सबसे बड़े आत्मघाती हमले को अंजाम देने वाला आत्मघाती आतंकी आदिल अहमद उर्फ वकास दक्षिण कश्मीर के गुंडीबाग, काकपोरा, पुलवामा का रहने वाला था। वह बीते साल अप्रैल माह के दौरान ही आतंकी संगठन में सक्रिय हुआ था। 21 वर्षीय आदिल 10वीं पास था और सुरक्षाबलों ने उसे सी-श्रेणी के आतंकियों में सूचीबद्ध कर रखा था। उसके ऊपर तीन लाख का इनाम था।
27 फरवरी 2019 को बालाकोट में जैश-ए-मुहम्मद के आतंकी शिविर पर IAF का हमला
27 फरवरी 2019 को बालाकोट में जैश-ए-मुहम्मद के आतंकी शिविर पर भारतीय वायुसेना (IAF) द्वारा की गई एयर स्ट्राइक (Balakot Airstrike) में जैश के ठिकाने पर बम गिराकर 170-200 आतंकियों को मार गिराया। इसके कई कमांडर भी शामिल थे। इसके बाद अपना एयर स्पेस पूरी तरह से बंद कर दिया था। भारतीय वायुसेना ने ये एयर स्ट्राइक 14 फरवरी 2019 को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ काफिले पर हुए आतंकी हमले (Pulwama Terror Attack) का बदला लेने के लिए की थी। इस आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे।
बालाकोट एयर स्ट्राइक की पूरी योजना बेहद गोपनीय तरीके से बनाई गई थी। इसकी जानकारी कुछ चुनिंदा लोगों को ही थी। खराब मौसम में आधी रात के बाद भारतीय वायु सेना के लड़ाकू विमानों ने बहुत कम ऊंचाई पर उड़ान भरकर पाकिस्तान के अंदर घुसकर इस एयर स्ट्राइक को अंजाम दिया था। पूरे ऑपरेशन को चंद मिनट में सफलतापूर्वक पूरा कर लिया गया था। इसके 140 दिन बाद, 16 जुलाई 2019 पाकिस्तान ने अपना एयर स्ट्राइक कमर्शियल उड़ानों के लिए खोला था। एयर स्पेस बंद होने से भारत को तकरीबन 548 करोड़ रुपये और पाकिस्तान को लगभग 688 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था।
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