पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा का जातीय तनाव समाप्त करने का आह्वान
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने जातीय तनाव और आदिवासी संघर्षों को समाप्त करने का आह्वान किया।
नौरोबी (आईएएनएस)। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने जातीय तनाव और आदिवासी संघर्षों को समाप्त करने का आह्वान किया। उन्होंने इसके लिए अफ्रीकी देश केन्या का हवाला दिया, जो उनके पिता का जन्म स्थान है।
'एफे' की रिपोर्ट के अनुसार, केन्या दौरे के दूसरे व अंतिम दिन ओबामा ने अपनी सौतेली बहन ऑमा द्वारा कोगेलो में संचालित युवा केंद्र सॉती कू फाउंडेशन के उद्घाटन के मौके पर संवाददाताओं के समक्ष यह बात कही।
ओबामा ने समारोह के दौरान कहा, "केन्या ने हाल के दशकों में असाधारण कदम उठाए हैं। इस अद्भुत देश में वास्तविक प्रगति हुई है और इससे केन्या के युवाओं को प्रोत्साहित होकर और प्रगति करनी चाहिए।"
ओबामा की टिप्पणी अगस्त 2017 के राष्ट्रपति चुनाव के बाद केन्या की राजनीति में हाल ही में हुए उथल-पुथल के संदर्भ में थी, जब विपक्षी नेता रैइला ओडिंगा ने धोखाधड़ी का हवाला देते हुए राष्ट्रपति उहुरू केन्याट्टा के पुननिर्वाचन को स्वीकार करने से मना कर दिया था।
बता दें कि ओबामा की टिप्पणी अगस्त 2017 के राष्ट्रपति चुनाव के बाद केन्या की राजनीति में हाल ही में हुए उथल-पुथल के संदर्भों में थी। विपक्षी नेता रैइला ओडिंगा ने धोखाधड़ी का हवाला देते हुए राष्ट्रपति उहरू केन्याट्टा के पुनर्निर्वाचन को स्वीकार करने से मना कर दिया था।
केन्याट्टा दोबारा चुने गए थे राष्ट्रपति
गौरतलब है कि केन्या में अगस्त 2017 में हुए राष्ट्रपति चुनाव में उहरू केन्याट्टा को दोबारा सत्ता मिली थी। दोबारा उन्हें राष्ट्रपति सत्ता मिलने के बाद वहां हिंसा भड़क गई थी। हालात इतने बेकाबू हो गए थे कि वहां की पुलिस को गोलियां चलानी पड़ गई थी। इस दौरान पुलिस फायरिंग में 11 लोगों की मौत हो गई थी। उस समय विपक्षी दलों का आरोप था कि केन्याट्टा ने चुनाव में धांधली कराई है।