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हमेशा धमकाने वाले 'तानाशाह' किम जोंग उन के इस फैसले की हो रही सराहना

नए साल में कोरियाई प्रायद्वीप के बीच तनावपूर्ण स्थिति में बदलाव के आसार लग रहे हैं। दक्षिण कोरिया के प्रति किम जोंग उन का बदला रुख चर्चा का विषय बना हुआ है।

By Pratibha KumariEdited By: Published: Fri, 05 Jan 2018 12:08 PM (IST)Updated: Sat, 06 Jan 2018 08:24 AM (IST)
हमेशा धमकाने वाले 'तानाशाह' किम जोंग उन के इस फैसले की हो रही सराहना
हमेशा धमकाने वाले 'तानाशाह' किम जोंग उन के इस फैसले की हो रही सराहना

सियोल, पीटीआई/जेएनएन। सियोल, पीटीआई। तानाशाह के रूप में दुनियाभर में विख्‍यात किम जोंग उन को हमेशा हुंकार भरते ही देखा गया है। परमाणु हथियारों के दम पर अपने आगे अमेरिका को भी कुछ नहीं समझने वाले किम ने नए साल में भी 'न्‍यूक्लियर बटन' की धमकी देकर अपना रुख साफ कर दिया। मगर इस धमकी के साथ दक्षिण कोरिया को लेकर उनका नरम रुख भी सामने आया और अब इसका सकारात्‍मक असर साफ दिखने लगा है।

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फैक्‍स से भेजा संदेश

उत्तर कोरिया ने दक्षिण कोरिया के साथ उच्च स्तरीय बैठक के प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है। इस बात की जानकारी दक्षिण कोरिया के एकीकरण मंत्रालय ने दी। मंत्रालय ने कहा कि परमाणु हथियारों से सम्पन्न उत्तर कोरिया ने अगले हफ्ते बातचीत के लिए दक्षिण कोरिया के प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है। मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि उत्तर कोरिया ने फैक्‍स भेजकर बातचीत का प्रस्‍ताव स्‍वीकार करने का संदेश दिया।

नौ जनवरी को बैठक

उत्‍तर कोरिया और दक्षिण कोरिया के बीच नौ जनवरी को बैठक होगी और यह कोरियाई प्रायद्वीप को विभाजित करने वाले विसैन्यीकृत क्षेत्र स्थित संघर्षविराम गांव पनमुनजोम में संपन्‍न होगी।



एजेंडे में ये मुद्दे शामिल

मंत्रालय के प्रवक्ता बाएक ताए हुआन ने संवाददाताओं से कहा कि एजेंडे में प्योंगचांग ओलंपिक और अंतरकोरियाई संबंधों में सुधार का मुद्दा शामिल होगा। उत्तर कोरिया द्वारा कई आईसीबीएम और उसके छठे परमाणु परीक्षण समेत 2017 में कई मिसाइल प्रशिक्षण करने से तनाव बढ़ गया है।

किम जोंग ने की थी पहल

नए साल के मौके पर दिए गए अपने भाषण में किम ने कहा था कि वह दक्षिण कोरिया के साथ बातचीत के लिए तैयार हैं और फरवरी में होने वाले विंटर ओलंपिक में दल भेजने पर विचार कर रहे हैं। उन्‍होंने दक्षिण कोरिया को सलाह दी थी कि दोनों कोरियाई देशों के अधिकारियों को संभावनाएं तलाशने के लिए तुरंत मिलना चाहिए।

मून ने वार्ता के लिए बुलाया

किम के इस बयान का स्वागत करते हुए दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जे-इन ने कहा था कि वह तो पहले से ही कहते आ रहे हैं कि ओलंपिक खेल दोनों देशों के बीच शांति कायम करने के लिए एक ऐतिहासिक मौका हो सकता है। इसके साथ ही दक्षिण कोरिया ने उत्‍तर कोरिया के सामने बातचीत का प्रस्‍ताव रखा।

शुरू हुई हॉटलाइन

उत्‍तर कोरिया और दक्षिण कोरिया के बीच सकारात्‍मक पहल की शुरुआत भी हो चुकी है। उनके बीच पिछले दो साल से बंद हॉटलाइन शुरू हो गई है। दक्षिण कोरिया ने इस बात की पुष्टि करते हुए बताया कि बुधवार को स्थानीय समय अनुसार दोपहर साढ़े तीन बजे उनके पास एक कॉल आई थी। राष्ट्रपति मून और अमेरिकी राष्‍ट्रपति ट्रंप ने शीतकालीन ओलंपिक के बाद तक संयुक्त सैन्य अभ्यास नहीं करने पर भी सहमति जताई है।

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