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Brussels Attack: अपना ही चेहरा देखकर डर गईं थीं निधि खुराना, 'अनब्रोकन' के जरिए बताई आपबीती

ब्रसेल्स आंतकी हमले में उनका चेहरा खराब हो गया था। निधि ने अपनी आपबीती और दुख से उबरने की संघर्ष यात्रा इसी किताब में लिखी है।

By Neel RajputEdited By: Published: Mon, 17 Feb 2020 02:26 PM (IST)Updated: Mon, 17 Feb 2020 02:26 PM (IST)
Brussels Attack: अपना ही चेहरा देखकर डर गईं थीं निधि खुराना, 'अनब्रोकन' के जरिए बताई आपबीती
Brussels Attack: अपना ही चेहरा देखकर डर गईं थीं निधि खुराना, 'अनब्रोकन' के जरिए बताई आपबीती

ब्रसेल्स, एजेंसी। 'गॉड मदर' का खिताब पाने वाली निधि खुराना चाफेकर ने अपने संघर्ष भरे जीवन की कहानी 'अनब्रोकन: द ब्रेसल्स टेरर अटैक सर्वाईवर' किताब में लिखी है। उनकी यह किताब हाल ही में रिलीज हुई है। निधि जेट एयरवेज की फ्लाईट अटेंडेंट के तौर पर काम करती थीं। ब्रसेल्स आंतकी हमले में उनका चेहरा खराब हो गया था। निधि ने अपनी आपबीती और दुख से उबरने की संघर्ष यात्रा इसी किताब में लिखी है।

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यह हादसा बेल्जियम की राजधानी ब्रसेल्स के हवाई अड्डे का है, जहां हुए एक आंतकी हमले में 35 लोगों की जान चली गई थी। धमाके के समय निधि भी वहीं मौजूद थीं। वो जेट एयरवेज में बतौर फ्लाइट अटेंडेंट काम करती थीं। इस हमले में वो 23 कोमा में रहीं और उनका चेहरा भी खराब हो गया था। इस हमले के बाद वो अब तक 22 सर्जरी करवा चुकी हैं। हादसे में उनके शरीर में मेटल और कांच के टुकड़े धंसे हुए थे।

13 अप्रैल को बैसाखी के दिन जब वो होश में आईं तो उनके पति भी उनको देखकर डर गए थे। खुद भी वो अपना चेहरा शीशे में देखकर घबरा गई थीं। इस सबके बावजूद उनमें जीने की इच्छा बाकी थी और इसी के बल पर उन्होंने खुद को पॉजीटिव रखा और आज वो जीवन से निराश लोगों को जिंदगी का खूबसूरत पक्ष दिखाती हैं।

उस हादसे के बारे में उन्होंने बताया था, 'मैं एयरपोर्ट पहुंची ही थी कि एक धमाके की आवाज सुनाई दी। पहले पहल लगा कि किसी लीथियम बैटरी में ब्लास्ट हो गया है। लेकिन फिर कुछ कपड़ों के छोटे-छोटे टुकड़े हवा में नजर आने लगे। मैं उस ओर लोगों की मदद के लिए जाने ही वाली थी कि मेरे एक साथी ने मुझे रोका। जैसे ही मैंने घूम कर उसकी ओर देखा तो उससे कुछ ही फीट पीछे खड़े एक अन्य व्यक्ति ने अपनी भाषा में जोर से यलगार लगाई और खुद को बम से उड़ा लिया। मैं भी उछल कर करीब 25 फीट दूर जा गिरी। उन ब्लास्ट्स में 32 लोगों की मौत हुई थी और सैकड़ों घायल हुए थे। मुझे कुछ मिनट बाद होश आया तो उठने की कोशिश की लेकिन मेरी टांगें बुरी तरह घायल थीं। उनमें अनेक लोहे के टुकड़े मुझे महसूस हो रहे थे। जगह -जगह से टांगों का मास उड़ गया था। बुरी तरह खून बह रहा था।

गौरतलब है कि यह घटना 22 मार्च, 2016 की है, जब ब्रेसेल्स के एयरपोर्ट पर हुए धमाके में 32 लोगों की जान चली गई थी। इस हमले में निधि खुराना की एक फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी और उन्हें 'फेस ऑफ ब्रसेल्स टेरर अटैक' कहा जाने लगा। निधि के पास साहस, उम्मीद और सकारात्मकता का खजाना है। उसने मौत को नजदीक से देखा है, उससे जीवन की जंग जीती है।


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