भारत-चीन दोनों से दोस्ताना रिश्ते चाहता है नेपाल
नेपाल थोड़े समय के राजनीतिक लाभ के बजाय अपने दोनों ही सशक्त पड़ोसी देशों भारत और चीन से मैत्रीपूर्ण संबंध बनाए रखना चाहता है।
काठमांडू [प्रेट्र]। नेपाल थोड़े समय के राजनीतिक लाभ के बजाय अपने दोनों ही सशक्त पड़ोसी देशों भारत और चीन से मैत्रीपूर्ण संबंध बनाए रखना चाहता है। यह बात नेपाली प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने कही। वह अपनी छह दिवसीय चीन यात्रा से लौटने के बाद संसद को संबोधित कर रहे थे।
पीएम ओली के अनुसार, उनकी सरकार देश के विकास के लिए प्रतिबद्ध है और यह तभी संभव होगा, जब भारत और चीन दोनों से हमारे दोस्ताना रिश्ते बने रहें। उनके मुताबिक, यही वजह है कि हमने जो भी विदेश और वैश्विक नीतियां बनाई हैं, वह न तो किसी देश के खिलाफ और न ही किसी भी प्रकार से वैश्विक शांति को खतरा पहुंचाने वाली हैं।
चीन से हुए समझौतों की चर्चा करते हुए ओली ने बताया कि नेपाल और चीन मई 2019 तक टापनी प्रवेश बिंदु को शुरू करने पर जहां सहमत हो गए हैं, वहीं केरूंग और रासूवगढ़ी में बेहतर आधारभूत ढांचा खड़ा करने पर भी सहमति जताई है।
उन्होंने कहा कि सबसे महत्वपूर्ण समझौता दोनों देशों के बीच हुए रेल संरचना को विकसित करने को लेकर हुआ है। इससे दोनों देशों के बीच विकास के साथ-साथ आर्थिक गतिविधियां भी बढ़ेंगी। दोनों देशों ने वन बेल्ट-वन रोड पर भी सहमति जताई है।