नेपाल के प्रधानमंत्री बोले, सियासी हलचल को बातचीत के माध्यम से किया जाएगा हल
शुक्रवार शाम को देश के नाम संबोधन में उन्होंने कहा कि राजनीतिक दल में चर्चाएं परामर्श और असंतोष पूरी तरह से आंतरिक और कभी-कभी नियमित घटना है।
काठमांडू, एएनआइ। नेपाल की सियासत में उठा पटक के बीच प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने टीवी चैनल के माध्यम से देश के नाम संबोधन किया। शुक्रवार शाम को देश के नाम संबोधन में उन्होंने कहा कि राजनीतिक दल में चर्चाएं, परामर्श और असंतोष पूरी तरह से आंतरिक और कभी-कभी नियमित घटना है। इन सभी मुद्दों को बातचीत के माध्यम से पार्टी और संबंधित नेताओं द्वारा हल किया जाएगा।
Discussions,consultations&dissent in a political party are entirely internal&sometimes regular phenomenon.These issues will be solved by party&concerned leaders through dialogue.Patience&restraint are required for it: Nepal PM KP Sharma Oli in his televised address to the nation pic.twitter.com/AXVA2mz4YW
— ANI (@ANI) July 10, 2020
बता दें कि नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली की कुर्सी पर खतरा लगातार बना हुआ है। पीएम ओली और पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष पुष्प कमल दहल प्रचंड के बीच मतभेद खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। पार्टी के भाविष्य को लेकर होने वाली नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी की स्थायी समिति की बैठक को फिर स्थगित कर दिया गया है। पार्टी के प्रवक्ता नारायण हाजी श्रेष्ठ ने शुक्रवार को बताया कि एक हफ्ते के लिए बैठक को स्थगित किया गया है।
एक हफ्ते से टल रही है बैठक
इससे पहले बुधवार को प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के प्रेस सलाहकार सूर्य थापा ने सूचित किया था कि स्थायी समिति की बैठक 10 जुलाई को सुबह 11 बजे तक स्थगित किया गया है। सत्ताधारी कम्युनिस्ट पार्टी की बैठक लगभग एक हफ्ते से टल रही है। माना जा रहा है कि इस बैठक में पार्टी 68 वर्षीय ओली के राजनीतिक भाग्य का फैसला सुना देगी।
गौरतलब है कि नेपाल और भारत के बीच भी लगातार तनाव का माहोल है। कुछ दिनों पहले पीएम आवास पर आयोजित एक कार्यक्रम में पीएम केपी शर्मा ओली ने पार्टी में मचे घमासान को लेकर भारत पर इशारों-इशारों में आरोप लगाते हुए कहा था कि एक दूतावास मेरी सरकार के खिलाफ होटल में साजिश रच रहा है। ओली ने दावा किया कि उनकी सरकार द्वारा रणनीतिक रूप से तीन प्रमुख भारतीय क्षेत्रों को देश के मानचित्र में शामिल करने के बाद उन्हें पद से हटाने का प्रयास किया जा रहा है।