नेपाल के अयोध्यापूरी धाम को लेकर फिर सुर्खियों में पीएम ओली, दिया विवादित बयान
प्रधानमंत्री ओली में कहा था कि हिंदुओं के अराध्य भगवान राम की जन्मभूमि भारत नहीं बल्कि नेपाल है। ओली अपने इस बयान के कारण सुर्खियों में रहे हैं। बुधवार को ओली ने कहा कि वह 100 बीधा यानी 40 एकड़ जमीन धाम को देंगे।
काठमांडू, एजेंसी। नेपाली प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने नेपाल के अयोध्यापुरी धाम के निर्माण और विकास के लिए 100 बीधा जमीन देने का ऐलान किया है। बता दें कि जुलाई महीने में प्रधानमंत्री ओली में कहा था कि हिंदुओं के अराध्य भगवान राम की जन्मभूमि भारत नहीं बल्कि नेपाल है। ओली अपने इस बयान के कारण सुर्खियों में रहे हैं। बुधवार को ओली ने कहा कि वह 100 बीधा यानी 40 एकड़ जमीन धाम को देंगे ताकि भव्य मंदिर का निर्माण किया जा सके।
ओली ने राम के जन्मस्थान के बारे में सनसनीखेज टिप्पणी की
14 जुलाई को प्रधानमंत्री ओली ने भगवान राम के जन्म स्थान के बारे में सनसनीखेज टिप्पणी की थी। ओली ने नेपाल के चितवन जिले की माडी नगर पालिका क्षेत्र को भगवान राम का जन्म स्थल बताया था। बुधवार को शर्मा ओली ने अयोध्यापुरी धाम के निर्माण के लिए भूमि आवंटित करने का फैसला किया है। उनका दावा था किया कि भगवान राम का जन्म नेपाल में हुआ था, न कि भारत में उत्तर प्रदेश के अयोध्या में। ओली ने भारत पर एक नकली अयोध्या बनाने का भी आरोप भी लगाया था।
भारत ने नेपाल के खिलाफ सांस्कृतिक हमला किया
उन्होंने भारत पर आरोप लगाते हुए कहा कि भारत ने नेपाल के खिलाफ सांस्कृतिक हमला किया है। उनका यह बयान ऐसे समय आया है, जब काडमांडू और नेपाल के बीच सीमा को लेकर रिश्ते तनावपूर्ण चल रहे हैं। ऐसे में उनके इस बयान से दोनों देशों के बीच रिश्ते और तल्ख हो सकते हैं। हाल के महीने में नेपान ने चीन के इशारे पर भारतीय भू-भाग वाले मानचित्र को जारी किया था। इसका भारत ने जबरदस्त विरोध किया था।
ओली ने नगर पालिका प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक की
ढकाल ने कहा है कि हमने वार्ड 8 और 9 में अयोध्यापुरी धाम के निर्माण के लिए वर्तमान अयोध्यापुरी पार्क को 100 बीधा जमीन आवंटित किया है। निगम के इस फैसले के बाद ओली ने नगर पालिका प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक की। मेयर ढकाल ने 9 अगस्त को और अधिक सबूत एकत्र करने के लिए उस क्षेत्र में खुदाई शुरू करने के निर्देश भी दिए। ओली ने अपनी सरकार से माडी नगरपालिका को खुदाई कार्य करने के साथ-साथ एक मास्टर प्लान तैयार करने और राम, सीता और लक्ष्मण की मूर्तियों को तुरंत स्थापित करने के लिए समर्थन देने का वादा किया।