अफगानिस्तान में नाटो सेवाकर्मियों की मौत के बाद, नाटो विदेश मंत्रियों की बैठक
अगले हफ्ते नाटो के सदस्य देशों के विदेश मंत्रियों की वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए बैठक होगी। यह बैठक ऐसे समय हो रही है जब कोरोना दुनिया के अधिकांश मुल्कों को चपेट में ले चुका है।
ब्रसेल्स, एजेंसी । अगले हफ्ते नाटो के सदस्य देशों के विदेश मंत्रियों की वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए बैठक होगी। यह बैठक ऐसे समय हो रही है, जब कोरोना वायरस दुनिया के अधिकांश मुल्कों को चपेट में ले चुका है और दुनिया के कई मुल्कों में नाटो सेना मौजूद है। इसलिए इस बैठक को काफी अहम माना जा रहा है।
गौरतलब है कि दो दिन पूर्व अफगानिस्तान में दो नाटो सेवाकर्मियों को कोरोना पोजिटिव पाया गया था। इसके बाद नाटो सदस्य देशों की चिंता बढ़ चुकी है। गठबंधन ने गुरुवार को अपने एक बयान में कहा कि दो अप्रैल के लिए निर्धारित बैठक सुरक्षित टेलीकांफ्रेंस द्वारा आयोजित की जाएगी और इसकी अध्यक्षता नाटो महासचिव जेन स्टोलटेनबर्ग करेंगे। उन्होंने कहा कि यह बैठक मित्र देशों के रक्षा बजट पर महामारी के आर्थिक प्रभाव और अफगानिस्तान और इराक में नाटो के मिशनों के नवीनतम विकास पर ध्यान केंद्रित करेगी।
चार नाटो सहकारी सेवा के सदस्यों को कोरोना रिपोर्ट पोजिटिव
अफगानिस्तान में चार नाटो सहकारी सेवा के सदस्यों को कोरोना रिपोर्ट पोजिटिव पाया गया है। इसकी जानकारी नाटो ने दी है। इस सूचना के बाद अफगानिस्तान में रह रही नाटो सेना में हड़कंप मच गया। बता दें कि अमेरिका और अफगानिस्तान सरकार के बीच हुई शांति वार्ता पर समझौते के बावजूद अफगानिस्तान में हजारों नाटो सैन्यकर्मी मौजूद हैं। ऐसे में इन कर्मियों पर कोरोना का भय उत्पन्न हो गया है।
मरीजों की कुल संख्या 372,757 तक पहुंची
डब्ल्यूएचओ ने अपनी दैनिक रिपोर्ट में कहा है कि संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 372,757 तक पहुंच गई है। इसमें अधिकतर मरीज यूरोपीय देशों के हैं। 195,000 से अधिक मामले यूरोपीय देशों के हैं। वैश्विक मृत्यु का आंकड़ा 16,231 तक पहुंच गया है, जिनमें से 10,000 से अधिक मौतें यूरोपीय क्षेत्र में हुई। डब्ल्यूएचओ के प्रवक्ता ने मंगलवार को जिनेवा में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि यूरोप अभी भी इस महामारी का बड़ा केंद्र बना हुआ है, लेकिन अमेरिका में कोरोना के मामलों में तेजी से इजाफा हो रहा है। यहां तेजी से प्रसार हो रहा है।
अमेरिका में हालात बेकाबू , कोरोना का कहर
कोरोना वायरस को लेकर पूरी दुनिया में कोहराम मचा है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनालड ट्रंप ने कोरोना वायरस से प्रभावित आधा दर्जन से अधिक राज्यों में पब्लिक हेल्थ के क्षेत्र में पूर्व आपातकाल की घोषणा को मंजूरी दी है। अमेरिका के प्रभावित इलाकों में न्यूयॉर्क शहर की स्थिति सबसे खराब है। न्यूयॉर्क में हालत लगातार बिगड़ती जा रही है। यहां सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। यहां कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या 6,500 के पार कर गई है, 1,000 लोगों की मौत हो चुकी है। न्यूयॉर्क के बाद न्यूजर्सी में 4,402 मामले सामने आए हैं। संक्रमित लोगों में 62 लोगों की मौत हो चुकी है। कैलिफोर्निया में कुल 3,000 मामले सामने आए हैं। 65 संक्रमित लोगों की मौतों की पुष्टि हुई है। मिशिगन 2,588 मामले और 43 मौतें हुईं। अमेरिका के अन्य प्रमुख राज्यों में फ्लोरिडा, इलिनोइस, मैसाचुसेट्स, लुइसियाना, जॉर्जिया, पेंसिल्वेनिया, टेक्सास और कोलोराडो हैं। यहां करीब 1000 से अधिक मामलों की पुष्टि हुई है।