मेक्सिको में कर्फ्यू हटाने की अपील, बताया- संवैधानिक अधिकारों का हनन
कोविड-19 के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए लागू प्रतिबंधों को मेक्सिको में हटाने की मांग की गई है।
मेक्सिको सिटी, एपी। नॉवेल कोरोना वायरस के कारण संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए मेक्सिको सिटी में लागू कर्फ्यू व सड़क पर लगाई गई बंदिशों को यहां के आंतरिक मामलों के विभाग ने संवैधानिक अधिकारों का हनन बताते हुए शहरों व राज्यों से कर्फ्यू हटाने की अपील की है। विभाग ने मंगलवार को कहा कि इन प्रतिबंधों के कारण लोगों को आजादी से घूमने नहीं दिया जा रहा जो उनका संवैधानिक अधिकार है। साथ ही यह भी कहा कि स्थानीय सरकारों को कर्फ्यू लागू करने का अधिकार नहीं है। बता दें कि मेक्सिको में लॉकडाउन की अवधि बढ़ाकर 30 मई तक कर दी गई है।
विभाग ने लिखा, ‘हेल्थ इमर्जेंसी के तहत अधिकारों का हनन या आपातकाल लागू नहीं किया जा सकता।’ विभाग ने एक रिपोर्ट में बताया कि करीब 20 फीसद मेक्सिकन म्युनिसिपल सरकारों ने चेकप्वाइंट और पाबंदियां लगा रखी हैं। उल्लेखनीय है कि देश के 31 राज्यों में लोगों को चेतावनी दी गई है कि जिसने भी शारीरिक दूरी का उल्लंघन किया उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
दुनिया भर में घातक वायरस के संक्रमण से बचने के लिए जहां लॉकडाउन लागू है वहीं पर्यावरण में इसके कारण फायदेमंद बदलाव देखा गया है लेकिन मेक्सिको के साथ ऐसा नहीं है। दरअसल, लोगों के घरों में रहने से घरेलू गैस व अन्य ईधनों का इस्तेमाल बढ़ गया है। इससे मिथेन गैस का उत्सर्जन अधिक हो रहा है और देश में हवा की क्वालिटी में सुधार नहीं देखा गया है।
पिछले साल के अंत में चीन स्थित हुबेई प्रांत की राजधानी वुहान से शुरू हुए इस घातक वायरस ने चार महीनों के भीतर ही पूरी दुनिया को अपने चपेट में ले लिया। 29 अप्रैल शाम पांच बजे तक विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, दुनिया भर में कोविड-19 के संक्रमण का आंकड़ा 2,995,758 पर पहुंच गया है जिसमें से 204,987 लोगों की मौत हो चुकी है।