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Earthquake in Greece: ग्रीस के आइलैंड में भूकंप, सुनामी का खतरा नहीं

ग्रीस के क्रेट आइलैंड में 5.7 तीव्रता वाला भूकंप का झटका आया है हालांकि इसके बाद सुनामी की चेतावनी नहीं जारी की गई है।

By Monika MinalEdited By: Published: Sat, 19 Sep 2020 12:47 PM (IST)Updated: Sat, 19 Sep 2020 12:47 PM (IST)
Earthquake in Greece: ग्रीस के आइलैंड में भूकंप, सुनामी का खतरा नहीं
Earthquake in Greece: ग्रीस के आइलैंड में भूकंप, सुनामी का खतरा नहीं

क्रेट, एएनआइ।  5.7 की तीव्रता वाले भूकंप से यूनान का क्रेट ( Crete) आइलैंड थर्रा उठा। इसकी जानकारी European-Mediterranean Seismological Center (EMSC) ने दी। स्थानीय समयानुसार शाम 4.30 बजे भूकंप के झटकों को रिकॉर्ड किया गया। इससे किसी तरह के नुकसान की खबर नहीं है।  यूनान (Greece) भूकंपीय रूप से सक्रिय क्षेत्र (Seismically active area) में पड़ता है और इसलिए यहां अकसर भूकंप के झटके आते हैं। स्थानीय समयानुसार शाम 4.30 बजे आए इस भूकंप का केंद्र हेराक्लियोन सिटी से 55 किलोमीटर की दूरी पर था और इसकी गहराई 60 किमी मापी गई। 

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इससे पहले मई में क्रेट आइलैंड में झटके आए थे। उस वक्त आइलैंड के दक्षिण में भूमध्यसागर में 6.0 तीव्रता वाला भूकंप आया था। उस वक्त भी जान-माल का किसी प्रकार का नुकसान नहीं हुआ। एंथेस जियोडायनेमिक इंस्टीट्यूट के अनुसार, भूकंप का केंद्र लेरापेट्रा तटीय कस्बे से 63 किलोमीटर दूर एवं 15 किलोमीटर गहराई में था। संस्थान ने बताया कि 10 मिनट बाद द्वीप से करीब 102 किलोमीटर दूर भूकंप (Earthquake) बाद का झटका आया, जिसकी तीव्रता 4.4 मापी गई। 

अगस्त माह में दक्षिणी यूनान के तट पर 5.1 तीव्रता का भूंकप आया था। यूनान की जियोडायनेमिक्स संस्थान ने यह जानकारी दी। भूकंप की वजह से संपत्ति के नुकसान या किसी के घायल होने जैसी घटना नहीं हुई। इसका केंद्र दक्षिणी एथेंस में 119 किलोमीटर की गहराई में था।  

यूनान दुनिया के सबसे अधिक भूकंप संभावित क्षेत्रों में शामिल है। यहां हर साल भूकंप के हजारों झटके आते हैं। हालांकि इनसे नुकसान काफी कम होता है।  यूनान कई बड़ी फॉल्ट लाइनों पर स्थित है और वहां हमेशा भूकंप के झटके आते हैं। भूपटल की भौगोलिक प्लेटें जब दबाव या तनाव के कारण असंतुलित हो जाती हैं और प्लेटों में खिंचाव अधिक बढ़ जाता है, तब शिलाएं दरकने या टूटने लगती हैं। एक ओर की शिलाएं दूसरी ओर की शिलाओं की अपेक्षा नीचे या ऊपर चली जाती हैं। इसे ही भ्रंश रेखाएं (फॉल्ट लाइंस) कहते हैं।


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