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नई सरकार के बिना ही इजरायल में शपथ ग्रहण, सत्ता में बने रहने का रास्ता ढूंढ रहे नेतन्याहू

राष्ट्रपति राष्ट्रपति रूवेन रिवलिन ने नेतन्याहू को अगली सरकार बनाने की न्योता दे दिया है। अगले 28 दिनों के अंदर उनको 61 सदस्यों का समर्थन जुटाना होगा।

By Manish PandeyEdited By: Published: Thu, 03 Oct 2019 04:31 PM (IST)Updated: Thu, 03 Oct 2019 04:53 PM (IST)
नई सरकार के बिना ही इजरायल में शपथ ग्रहण, सत्ता में बने रहने का रास्ता ढूंढ रहे नेतन्याहू

यरुशलम, एएफपी। इजरायल की संसद (Israel Parliament) में गुरुवार को नई सरकार के गठन के बिना ही शपथ ग्रहण समारोह होगा। इस दौरान चुने गए संसद के सदस्य अपने पद की शपथ लेंगे। 17 सितंबर को हुए संसदीय चुनावों (Israel General Election) में किसी भी दल को बहुमत नहीं मिला है।

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भ्रष्टाचार के मामलों में घिरे प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू (Prime Minister Benjamin Netanyahu) आम चुनाव में बहुमत से दूर रहने के बाद सत्ता में बने रहने और अपने कार्यकाल को बढ़ाने के लिए नया रास्ता खोज रहे हैं। नेतन्याहू फिलहाल पूरी तरह से गंठबंधन की सरकार बनाने की कोशिश कर रहे हैं, जिसमें उनके मुख्य प्रतिद्वंदी बेन्नी गैंट्ज शामिल होंगे।

सरकार बनाने के लिए 28 दिन का समय

हालांकि, राष्ट्रपति ने उन्हें अगली सरकार बनाने की न्योता दे दिया है। यहां से नेतन्याहू का सत्ता में वापसी का रास्ता आसान नहीं है। अगले 28 दिनों के अंदर उनको 61 सदस्यों का समर्थन जुटाना होगा। जानकारों का मनना है कि जिस तरह के हालात दिखाई दे रहे हैं, उससे ये साफ हो गया है कि नई संसद का कार्यकाल बेहद की कम होने वाला है। हो सकता है कि आने वाले कुछ समय में फिर एक चुनाव देखने को मिले।

रोटेशन व्यवस्था को लेकर चर्चा

फिलहाल नेतन्याहू द्वारा अबतक किए गए गठबंधन के प्रयास विफल रहे हैं। नेतन्याहू और बेन्नी गैंट्ज के बीच कई मुद्दों पर बात हुई है। इसमें एक मुद्दा रोटेशन व्यवस्था का है, जिसमें पहले नेतन्याहू प्रधानमंत्री होंगे। यही नहीं गुरुवार की सुबह नेतन्याहू ने पूर्व रक्षा मंत्री एविग्डोर लिबरमैन के साथ मुलाकात की। जिनकी राष्ट्रवादी यिसरेल बीटेनु पार्टी किंगमेकर के रूप में सामने आ सकती है। हालांकि उन्होंने नेतन्याहू या गैंट्ज़ को समर्थन देने से इनकार कर दिया है और तीनों दलों के बीच गठबंधन की सरकार बनाने का आह्वान किया है।

भ्रष्टाचार के आरोपों को हटाने की मांग

प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को इस समय कई मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है। उनके उपर लगे भ्रष्टाचार के कई मामलों को फिर से खोल दिया गया है। बुधवार को अटॉर्नी जनरल के कार्यालय में शुरू हुई चार दिवसीय सुनवाई के दौरान उनके खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों को हटाने की मांग की है।


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