गोलान बस्ती का नाम ट्रंप पर रखेगा इजरायल, नेतन्याहू ने बताया क्यों करना चाहते हैं एेसा
नेतन्याहू का कहना है कि ट्रंप ने इस पठारी क्षेत्र पर इजरायल की संप्रभुता को मान्यता दी है इसी समर्थन का धन्यवाद करने के लिए वह ऐसा करना चाहते हैं।
यरुशलम, आइएएनएस। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने विवादित क्षेत्र गोलान पहाडि़यों पर बसाई गई नई बस्ती का नाम अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर रखने की इच्छा जताई है। नेतन्याहू का कहना है कि ट्रंप ने इस पठारी क्षेत्र पर इजरायल की संप्रभुता को मान्यता दी है, इसी समर्थन का धन्यवाद करने के लिए वह ऐसा करना चाहते हैं।
करीब 1,200 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैली गोलान पहाडि़यां सीरिया की राजधानी दमिश्क से 60 किमी उत्तर-पश्चिम में स्थित हैं। 1967 में अरब-इजरायल युद्ध के दौरान इजरायल ने सामरिक रूप से महत्वपूर्ण इस क्षेत्र को सीरिया से छीन लिया था। 1981 में उसने इस क्षेत्र को अपना हिस्सा बना लिया। इजरायल के इस कदम को हालांकि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता नहीं मिली। अमेरिका ने भी इस क्षेत्र में इजरायल की संप्रभुता को नहीं स्वीकारा था। लेकिन बीते मार्च में ट्रंप ने अमेरिका की वर्षो पुरानी नीति को पलटते हुए गोलान पर इजरायल के हक को मान्यता दे दी। सीरिया ने इसका विरोध भी किया था।
हाल में चुनाव जीतकर पांचवीं बार अपना प्रधानमंत्री पद सुरक्षित करने वाले नेतन्याहू ने कहा, 'ट्रंप के इस ऐतिहासिक कदम से सभी इजरायली बहुत प्रसन्न और उनके प्रति कृतज्ञ हैं। हमें उनका धन्यवाद करना हैं। मैं जल्द ही गोलान की बस्ती का नाम ट्रंप पर रखने से संबंधित प्रस्ताव सरकार के सामने रखूंगा।' नेतन्याहू फिलहाल यहूदी त्योहार पासओवर की छुट्टियां मनाने के लिए परिवार के साथ गोलान पहुंचे हैं।
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