इजरायल में दी गई 26/11 मुंबई आतंकी हमले में शिकार हुए लोगों को श्रद्धांजलि
मंगलवार को एक सम्मेलन समारोह में इस दक्षिणी इजरायल शहर के चाबाद हाउस ने 26/11 मुंबई आतंकवादी हमलों के पीड़ितों को संवेदनहीन हत्याओं और हत्याओं पर नाराजगी जताई और भारत के साथ साझा दर्द करने पर जोर दिया।
बीरशेवा, प्रेट्र। दक्षिण इजरायली शहर बीरशेवा में छाबड़ हाउस में मंगलवार को एक शोक सभा में 26/11 मुंबई आतंकी हमले के पीडि़तों को श्रद्धांजलि दी गई। इस मौके पर आतंकियों द्वारा की गई हत्याओं की निंदा की गई और भारत के साथ साझी पीड़ा को याद किया गया। यहूदी कैलेंडर के अनुसार, मुंबई आतंकी हमले की 12वीं बरसी मंगलवार को थी।
बीरशेवा में छाबड़ हाउस के प्रमुख रब्बी जाल्मान गोर्लिक ने कहा, 'छाबड़ के दूत रब्बी गार्विएल और रिवका होल्त्जबर्ग मुंबई में हुए आतंकी हमले में मारे गए थे। उन्हें हर साल याद किया जाएगा क्योंकि दुनिया भर में करीब चार हजार केंद्रों में हमारे प्रतिनिधि इस दौरान जमा होते हैं। कोरोना को लेकर प्रतिबंध के कारण इस साल हमने वर्चुअल बैठक की है। मुंबई में हुए हमले के पीडि़तों के सम्मान में हम मौन रखेंगे।'
गोरलिक ने कहा कि 12 साल पहले हमले की खबर सुनकर ऐसा झटका लगा था। मुझे याद है कि हम उस साल न्यूयॉर्क में इकट्ठा हुए थे जब मैंने इसके बारे में सुना था। हम विश्वास नहीं कर सकते थे कि निर्दोष लोगों पर अंधाधुंध गोलीबारी में किस तरह की नफरत का प्रदर्शन किया गया था। Rabbi Meir Simha Kresevitski ने इजरायलियों और भारतीयों द्वारा महसूस किए गए साझा दर्द का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि हमारे शास्त्र कहते हैं कि 'होडु' (भारत के लिए हिब्रू शब्द) शब्द होदाया से आया है, जिसका अर्थ है धन्यवाद और कृतज्ञता, और हम वास्तव में आप सभी की तरह दोस्त होने के लिए आभारी महसूस करते हैं। हम इस दर्द को साझा करते हैं और यह एक साथ रहने के हमारे संकल्प को मजबूत करता है।
2008 में हुए मुंबई आतंकी हमले में नरीमन प्वाइंट पर स्थित मुंबई छाबड़ हाउस आतंकियों के निशाने पर था। उस समय पाकिस्तानी आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के 10 आतंकियों ने 12 जगह गोलीबारी और बम धमाके किए थे। यह हमला चार दिन तक जारी रहा था। छह यहूदियों और नौ आतंकियों समेत करीब 166 लोग हमले में मारे गए थे और तीन सौ से ज्यादा लोग घायल हुए थे।