आइएस ने ली श्रीलंका आतंकी हमले की जिम्मेदारी, हमले में मरने वालों की संख्या हुई 321
इस्लामिक स्टेट ने अपनी अमाक समाचार एजेंसी के माध्यम से श्रीलंका बम विस्फोटों के लिए जिम्मेदारी का दावा किया है।
कोलंबो, आइएएनएस/प्रेट्र। आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट ने श्रीलंका में ईस्टर के दिन हुए भीषण आतंकी हमले की जिम्मेदारी ली है। तीन चर्चो और तीन होटलों में हुए आत्मघाती हमलों में मरने वालों की संख्या 321 हो चुकी है। 500 से ज्यादा लोग घायल हैं। मृतकों में 10 भारतीय समेत 38 विदेशी हैं। इस बीच, मंगलवार को हमले का शिकार हुए सेंट सेबेस्टियन चर्च के निकट कई मृतकों का सामूहिक अंतिम संस्कार किया गया।
सरकारी अधिकारियों ने हमले में स्थानीय मुस्लिम आतंकी संगठन नेशनल तौहीद जमात (एनटीजे) का हाथ होने की बात कही है। हालांकि इस बात से इन्कार नहीं किया गया है कि आतंकियों को बाहरी आतंकी संगठनों से मदद मिली थी।आतंकी संगठन आइएस ने आधिकारिक समाचार एजेंसी अल-अमैक के जरिये दावा किया कि आत्मघाती हमलावर आइएस के लड़ाके थे। उसने सातों आत्मघाती हमलावरों की पहचान अबू उबैदा, अबू अल-मुख्तार, अबू खलील, अबू हमजा, अबू अल-बारा, अबू मुहम्मद और अबू अब्दुल्ला के रूप में की है।
आतंकी संगठन ने हमले में 1,000 से ज्यादा लोगों के मरने और घायल होने का दावा भी किया है। आइएस ने अपने दावे को पुष्ट करने के लिए कोई सुबूत नहीं दिया है। हालांकि उसके दावा करने से पहले ही सोशल मीडिया पर इस तरह का वीडियो चलने लगा था, जिसमें यह स्थापित करने की कोशिश थी कि हमले के पीछे आइएस का हाथ है। इसमें कथित तौर पर तीन आत्मघाती हमलावरों की तस्वीर दिखाई गई थी। तीनों आइएस के काले झंडे के सामने खड़े थे।
अब तक 40 की गिरफ्तारी
श्रीलंका पुलिस ने अब तक इस मामले में 40 संदिग्धों को हिरासत में लिया है। इनमें एक सीरियाई नागरिक भी है। स्थानीय संदिग्धों से पूछताछ के बाद उसे गिरफ्तार किया गया है।
दो और भारतीयों की मौत की पुष्टि
हमले में दो और भारतीयों की मौत की पुष्टि हुई है। अब तक कुल 10 भारतीयों की जान जाने की बात सामने आई है। श्रीलंका में भारतीय उच्चायोग ने ट्वीट कर यह जानकारी दी। मंगलवार को जिन दो भारतीयों की मौत की पुष्टि की गई, उनके नाम ए. मारेगौड़ा और एच. पुत्तराजू बताए गए हैं। इससे पहले सोमवार को सामने आया था कि मृत भारतीयों में कर्नाटक की सत्तारूढ़ पार्टी जनता दल-सेक्युलर (जद-एस) के पांच कार्यकर्ता भी शामिल हैं।
45 बच्चों की गई जान
संयुक्त राष्ट्र (यूएन) का कहना है कि श्रीलंका में हुए भीषण आतंकी हमले में कम से कम 45 बच्चों की मौत हुई है। यह संख्या बढ़ने की भी आशंका है, क्योंकि कई बच्चे घायल हैं। यूनीसेफ के मुताबिक, मृतकों में 40 बच्चे श्रीलंकाई हैं और पांच विदेशी हैं।
आतंकियों ने न्यूजीलैंड का लिया बदला
हमले की शुरुआती जांच के बाद श्रीलंका के रक्षा मंत्री रुवान विजवर्दने ने बताया है कि आतंकियों ने न्यूजीलैंड की दो मस्जिदों में 15 मार्च को हुए हमले का बदला लेने के लिए धमाकों को अंजाम दिया। एक ऑस्ट्रेलियाई बंदूकधारी ने न्यूजीलैंड के क्राइस्टचर्च स्थित दोनों मस्जिदों पर हमला किया था। इस हमले में 50 से ज्यादा लोग मारे गए थे। हालांकि न्यूजीलैंड का कहना है कि दोनों घटनाओं में संबंध को लेकर कोई खुफिया जानकारी नहीं मिली है।