Move to Jagran APP

हिंदू धर्म अपनाने वाली इंडोनेशिया की सुकमावती का विवादों से गहरा नाता, इस्‍लाम के गढ़ में वैदिक धर्म का किया प्रचार

इंडोनेशिया के पहले राष्‍ट्रपति सुकर्णो की तीसरी बेटी है। देश की पांचवी राष्‍ट्रपति मेघावती सुकर्णोपुत्री की बहन है। तीन वर्ष पहले इस्‍लाम की निंदा का आरोप लग चुका है। आखिर कौन है सुकमावती। सुकर्णोपुत्री सुकमावती क्‍या है विवादों से नाता।

By Ramesh MishraEdited By: Published: Wed, 27 Oct 2021 03:23 PM (IST)Updated: Wed, 27 Oct 2021 03:47 PM (IST)
हिंदू धर्म अपनाने वाली इंडोनेशिया की सुकमावती का विवादों से गहरा नाता, इस्‍लाम के गढ़ में वैदिक धर्म का किया प्रचार
हिंदू धर्म अपनाने वाली इंडोनेशिया की सुकमावती का विवादों से गहरा नाता।

नई दिल्‍ली, आनलाइन डेस्‍क। इंडोनेशिया के पूर्व राष्‍ट्रपति की बेटी सुकमावती ने अपने 70वें जन्‍मदिन पर इस्‍लाम धर्म को छोड़कर हिंदू धर्म अपना लिया है। उन्‍होंने मंगलवार को इंडोनेशिया की सबसे ज्‍यादा हिंदू आबादी वाले राज्‍य बाली में हिंदू धर्म स्‍वीकार किया। इंडोनेशिया के पहले राष्‍ट्रपति सुकर्णो की तीसरी बेटी है। देश की पांचवी राष्‍ट्रपति मेघावती सुकर्णोपुत्री की बहन है। तीन वर्ष पहले इस्‍लाम की निंदा का आरोप लग चुका है। आखिर कौन है सुकमावती। सुकर्णोपुत्री सुकमावती क्‍या है विवादों से नाता।

loksabha election banner

इस्लाम को बदनाम करने का आरोप : वर्ष 2018 में सुकर्णोपुत्री सुकमावती की एक कविता काफी वायरल हुई थी। यह कव‍िता इस्‍लाम विरोधी है। कई समूहों ने उनकी तरफ से एक फैशन इवेंट में पेश की गई कविता को लेकर पुलिस से शिकायत की थी। उन पर इस्लाम धर्म को बदनाम करने का भी आरोप लगा था। देश में कट्टरपंथी इस्लामिक समूहों ने इस कव‍िता का विरोध किया था। कई इस्‍लामिक समूहों ने उनके खिलाफ ईशनिंदा की शिकायत की थी। इन समूहों ने उन पर कविता के जरिए शरिया कानून, हिजाब की आलोचना करने और मुस्लिमों से प्रार्थना करने की अपील करने का आरोप लगाया था। इसके चलते पूर्व राष्ट्रपति की बेटी को आगे आकर माफी मांगनी पड़ गई थी।

दिवंगत दादी के प्रभाव में आकर लिया फैसला : 70 साल की सुकर्णोपुत्री के इस फैसले से देशभर में हैरानी जताई जा रही है। सुकर्णोपुत्री के इस फैसले के पीछे उनकी दिवंगत दादी बड़ी वजह मानी जा रही है। इंडोनेशिया की रिपोर्ट के मुताबिक, सुकमावती के इस फैसले के पीछे उनकी दिवंगत दादी इदा अयू नयोमान राई श्रीमबेन की प्रेरणा है। वह खुद हिंदू धर्म में यकीन रखती थीं। मीडिया को सुकर्णोपुत्री के फैसले के बारे में बताते हुए उनके वकील ने ये भी दावा किया कि उन्हें हिंदू धर्म का ज्ञान है। वो हिंदू धर्मशास्त्र के सभी सिद्धांतों और अनुष्ठानों को जानती हैं।

इंडोनेशियाई नेशनल पार्टी की संस्थापक : सुकमावती ने अपने 70वें जन्‍मदिन में हिंदू धर्म स्‍वीकार किया। सुकमावती सुकर्णो की तीसरे नंबर की बेटी हैं। उनका पूरा नाम दायाह मुतियारा सुकर्णोपुत्री है। सुकमावती पूर्व राष्ट्रपति मेगावती की छोटी बहन भी हैं। वह इंडोनेशियाई नेशनल पार्टी की संस्थापक रह चुकी हैं। सुकमावती का ये फैसला इसलिए भी काफी चर्चा में है, क्योंकि इंडोनेशिया में इस्लाम सबसे बड़ा धर्म है और वो इस्लाम छोड़कर हिंदू धर्म अपना रही हैं।

इंडोनेशिया सबसे ज्यादा मुस्लिम आबादी वाला देश : एशियाई मुल्‍कों में इंडोनेशिया एक मुस्लिम देश है। वहां इस्‍लामिक धर्म के सर्वाधिक अनुयायी है। दक्षिण-पूर्वी एशिया के इस देश में दुनिया की सबसे ज्यादा मुस्लिम आबादी रहती है। दुनिया की कुल मुस्लिम आबादी का करीब 12.7 फीसद हिस्सा यहां रहता है। हालांकि, इंडोनेशिया के बाली द्वीप पर बड़ी संख्‍या में हिंदू भी रहते हैं। यहां बहुत सारे मंदिर बने हैं। इनमें रामायण का मंचन भी होता है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.