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भारतीय मूल की प्रोजेक्ट मैनेजर को सिंगापुर में असिस्टेंट इंजीनियर को घूस देने के आरोप में हुई जेल

एक भारतीय मूल के परियोजना प्रबंधक को रिश्वत लेने के मामले में गिरफ्तार कर लिया गया है। 52 वर्षीय गनीसन सुप्पिया जो एक परियोजना प्रबंधक हैं उन्हें सहायक अभियंता जमालुद्दीन को अपना काम करने के लिए 33513 अमेरिकी डालर की रिश्वत देने के मामले में दोषी पाया गया।

By Ashisha RajputEdited By: Published: Mon, 14 Feb 2022 05:00 PM (IST)Updated: Mon, 14 Feb 2022 05:00 PM (IST)
भारतीय मूल की प्रोजेक्ट मैनेजर को सिंगापुर में असिस्टेंट इंजीनियर को घूस देने के आरोप में हुई जेल
भारतीय मूल की प्रोजेक्ट मैनेजर को सिंगापुर में असिस्टेंट इंजीनियर को घूस देने के आरोप में हुई जेल

सिंगापुर, पीटीआइ। सिंगापुर से एक बड़ा रिश्वत कांड सामने आया है। जहां एक भारतीय मूल के परियोजना प्रबंधक को रिश्वत लेने के मामले में गिरफ्तार कर लिया गया है। 52 वर्षीय गनीसन सुप्पिया, जो एक परियोजना प्रबंधक हैं, उन्हें एक सरकारी एजेंसी के सहायक अभियंता जमालुद्दीन मोहम्मद को अपना काम सुचारु रुप से करने के लिए 33,513 अमेरिकी डालर की रिश्वत देने के मामले में दोषी पाया गया, जिसके बाद सोमवार को उन्हें सात महीने से अधिक कारावास की सजा सुना दी गई है।

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रिश्वत देने के मामले में हुए गिरफ्तार

चैनल न्यूज एशिया की रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय मूल के परियोजना प्रबंधक 52 वर्षीय गनीसन सुप्पिया रिश्वत देने के मामले में गिरफ्तार हो गए हैं, जिन्होंने पब्लिक यूटिलिटीज बोर्ड (PUB) के सहायक अभियंता जमालुद्दीन मोहम्मद को भ्रष्ट तरीके से रिश्वत देने के साथ जमालुद्दीन को झूठे चालान बनाने के लिए उकसाने का आरोप स्वीकार कर लिया है।

सुनवाई के वक्त अदालत में यह बात बताई गई कि गनीसन सुप्पियआ उस वक्त पाइप वर्क्स और क्रिस्को सिंगापुर कंस्ट्रक्शन दोनों का प्रोजेक्ट मैनेजर था, जब यह अपराध हुआ। ‌उस दौरान उन्होंने परियोजनाओं की अच्छी तरह से देख-रेख की, जिसमें सामग्रियों की खरीद और परियोजनाओं के लिए जनशक्ति और उपकरणों का प्रबंधन शामिल है।

वहीं 58 वर्षीय जमालुद्दीन मोहम्मद पब के जल आपूर्ति (नेटवर्क) विभाग के नेटवर्क नवीनीकरण विभाग में सहायक अभियंता थे। आपको बता दें कि उन्होंने तीसरे पक्ष की साइटों पर पब टर्म ठेकेदारों और उप-ठेकेदारों द्वारा किए गए जल डायवर्जन कार्यों की निगरानी की।

जमालुद्दीन ने गनीसन से संपर्क किया और पाइप वर्क्स के मामलों को सरल और सुविधाजनक बनाने और तेज करने में जमालुद्दीन की मदद के बदले में 'पर्यवेक्षण शुल्क' (supervision fee) के लिए कहा।

जिसपर गनीसन ने अपनी सहमति व्यक्त की कि जमालुद्दीन को काम की अवधि और जटिलता के आधार पर भुगतान किया जाएगा, जिसमें मुख्य ठेकेदारों को बिल किए गए इनवाइस पाइप वर्क्स की राशि के 2 फीसद से 5 फीसद तक की राशि होगी।

धन प्राप्ति के लिए झूठे चालानों का किया गया इस्तेमाल

जमालुद्दीन ने गनीसन से कहा कि वह झूठे चालानों के माध्यम से गनीसन से धन प्राप्त करने के लिए एक कंपनी स्थापित करेगा, जिसपर गनीसन सहमत हो गए। नवंबर 2017 और अगस्त 2018 के बीच, गनीसन ने कई मौकों पर जमालुद्दीन को 45,169 सिंगापुर डालर करीब (33,513 अमेरिकी डालर) रिश्वत के तौर पर दिए। 


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