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'कम्युनिस्ट चाइना- डाउन, डाउन', US में भारत व वियतनाम के नागरिकों ने लगाए चीन विरोधी नारे

चीन के खिलाफ एक सुर में वियतनाम तिब्बत व भारतीय नागरिकों ने अमेरिका में नारे लगाए और वहां की सत्तारूढ कम्युनिस्ट पार्टी का विरोध किया।

By Monika MinalEdited By: Published: Mon, 10 Aug 2020 08:20 AM (IST)Updated: Mon, 10 Aug 2020 08:20 AM (IST)
'कम्युनिस्ट चाइना- डाउन, डाउन', US में भारत व वियतनाम के नागरिकों ने लगाए चीन विरोधी नारे
'कम्युनिस्ट चाइना- डाउन, डाउन', US में भारत व वियतनाम के नागरिकों ने लगाए चीन विरोधी नारे

वाशिंगटन, एएनआइ। भारतीय अमेरिकी नागरिकों, वियतनाम के अमेरिकी नागरिकों और तिब्बती समुदायों ने रविवार को कैपिटल हिल (Capitol Hill) के बाहर चीन के खिलाफ प्रदर्शन किया और जमकर चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के विरोध में नारे लगाए। वियतनाम के अमेरिकी समुदाय के सदस्य मैक जॉन ने बताया, 'हम अमेरिका वियतनाम में कम्युनिज्म के कारण आए न कि चीन के लोगों के कारण।' 

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कोविड-19 के मद्देनजर शारीरिक दूरी को ध्यान में रखकर और मास्क पहनकर लोगों ने प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों के हाथ में चीन विरोधी नारे वाले पोस्टर और बैनर थे। दरअसल, भारत के खिलाफ चीन की आक्रामक गतिविधियों और मुस्लिम बहुल क्षेत्र शिनजियांग में उइगर अल्पसंख्यक समूहों के मूल अधिकारों के हनन को लेकर यह विरोध प्रदर्शन किया गया। 

इस प्रदर्शन में शामिल अदपा प्रसाद (Adapa Prasad)  ने कहा,'एक ओर जहां दुनिया कोरोना वायरस के खिलाफ जंग लड़ रही है वहीं दूसरी ओर चीन दूसरे देशों की जमीन हथियाने में लगा है। ये न केवल भारत के लद्दाख बल्कि अन्य पड़ोसी देशों के साथ भी चीन का यही व्यवहार जारी है। चीन की इस चालबाजी के खिलाफ सभी देशों को एकजुट होने का समय है।'  

5 मई से पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा समेत अन्य इलाकों में चीन-भारत के बीच तनाव जारी है। 15 जून को गलवन घाटी में दोनों देशों की हिंसक झड़प के बाद हालात और खराब हो गए। इस झड़प में 20 भारतीय जवान शहीद हो गए थे। 

पिछले माह भी न्यूयॉर्क में टाइम्स स्क्वायर पर एकत्र होकर भारतीय अमेरिकी समुदाय के लोगों ने चीन के खिलाफ नारे लगाए। इसमें उन्हें वहां रहने वाले तिब्बत और ताइवान के समुदायों का भी साथ मिला। 

उल्लेखनीय है कि अमेरिका भी चीन के खिलाफ एक के बाद एक कार्रवाई कर रहा है। इसके तहत आर्थिक गतिविधियों व चीनी एप को प्रतिबंधित करने के अलावा वहां के चुनिंदा अधिकारियों पर भी बैन लगा दिया गया है।


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