हांग कांग में एक्टिविस्ट जोशुआ वोंग को मिली जमानत, 2019 के विरोध प्रदर्शनों में हुए थे शामिल
हांग कांग में लोकतंत्र समर्थक एक्टिविस्ट जोशुआ वोंग को आज जमानत दे दी गई। वोंग 2019 के प्रदर्शनों के लिए दोषी करार दिए गए थे। लोकतंत्र समर्थकों के हंगामे के बाद ही चीन ने एशियाई बिजनेस हब हांगकांग में राष्ट्रीय सुरक्षा कानून लागू कर दिया।
हांग कांग, रॉयटर्स। हांग कांग (Hong Kong ) में लोकतंत्र समर्थक एक्टिविस्ट जोशुआ वोंग (Joshua Wong) को बुधवार को जमानत दे दी गई। वोंग पर 2019 के अक्टूबर में अनाधिकृत असेंबली में हिस्सा लेने और शहर में मास्क विरोधी कानून के उल्लंघन का आरोप था। 24 सितंबर को 23 वर्षीय वोंग को गिरफ्तार किया गया था। बता दें कि जोशुआ समेत दर्जन भर प्रत्याशियों को हांगकांग में 'मिनी पार्लियामेंट' की चुनावी दौड़ से बाहर कर दिया गया था। चीन द्वारा यहां लागू किए गए नए सुरक्षा कानून का हवाला देकर ऐसा किया गया था।
बता दें कि हांग कांग में लोकतंत्र समर्थकों के हंगामे पर बवाल के बाद ही चीन ने अपना राष्ट्रीय सुरक्षा कानून यहां लागू करने का फैसला लिया । कोर्ट के बाहर वोंग ने कहा, 'हम दुनिया को स्पष्ट संदेश देना चाहते हैं कि चाहे वो हमें गिरफ्तार करें या कैद में रखें हम हार नहीं मानेंगे।' वोंग के खिलाफ मामला 18 दिसंबर तक स्थगित कर दिया गया है। मात्र 17 साल कर उम्र में ही वोंग ने लोकतंत्र समर्थकों के साथ प्रदर्शन किया था और छात्रों की अगुवाई में लोकतंत्र के लिए आयोजित 'अंब्रेला मूवमेंट' से पहचान कायम की थी। वोंग का विरोध हांग कांग प्रशासन के उस विधेयक के खिलाफ था जिसके अनुसार वहां के प्रदर्शनकारियों को चीन लाकर मुकदमा चलाने की बात थी।
जोशुआ वोंग ची-फंग हांग कांग में लोकतंत्र की शुरुआत करने वाली पार्टी डेमोसिस्टो के महासचिव हैं। राजनीति के क्षेत्र में कदम रखने से पहले उन्होंने एक स्टूडेंट ग्रुप स्कॉलरिजम की स्थापना की थी। वोंग वर्ष 2014 में अपने देश में आंदोलन छेड़ने के कारण दुनिया की नजर में आए और अपने अंब्रेला मूवमेंट के कारण प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय पत्रिका टाइम तक में पहुंच बनाने में सफल हुए। इसके बाद वर्ष 2015 में फॉर्च्युन मैगजीन ने वोंग को 'दुनिया के महानतम नेताओं' में शामिल कर दिया।