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Hina Rabbani Khar: सीमा सुरक्षा संबंधी चिंताओं के बीच पाक के विदेश राज्यमंत्री ने अफगान तालिबान से की मुलाकात

Hina Rabbani Khar पाकिस्तान की विदेश राज्यमंत्री हिना रब्बानी खार ने सीमा सुरक्षा संबंधी चिंताओं के बीच मंगलवार को अफगानिस्तान के कार्यवाहक विदेश मंत्री आमिर खान मुत्तकी से मुलाकात की। इस दौरान दोनों के बीच कई मुद्दों पर चर्चा हुई।

By AgencyEdited By: Achyut KumarPublished: Wed, 30 Nov 2022 05:12 AM (IST)Updated: Wed, 30 Nov 2022 05:12 AM (IST)
Hina Rabbani Khar: सीमा सुरक्षा संबंधी चिंताओं के बीच पाक के विदेश राज्यमंत्री ने अफगान तालिबान से की मुलाकात
Hina Rabbani Khar: पाकिस्तान की विदेश राज्यमंत्री हिना रब्बानी खार

काबुल, रायटर। Hina Rabbani Khar: पाकिस्तान की विदेश राज्यमंत्री हिना रब्बानी खार ने मंगलवार को काबुल में अफगानिस्तान के कार्यवाहक विदेश मंत्री से मुलाकात की। इस दौरान दोनों के बीच द्विपक्षीय बैठक भी हुई। बता दें, तालिबान शासकों को अभी तक औपचारिक रूप से विदेशी सरकारों द्वारा मान्यता नहीं मिली है।

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सीम सुरक्षा संबंधी चिंताएं बढ़ीं

पाकिस्तानी तालिबान (TTP) ने सोमवार को कहा कि वह अब पाकिस्तानी सरकार के साथ एक महीने के संघर्षविराम का पालन नहीं करेगा, जिसके बाद अफगानिस्तान की सीमा से लगे क्षेत्रों में सुरक्षा संबंधी चिंता बढ़ गई है। अफगान तालिबान पिछले साल के अंत से स्थानीय आतंकवादियों और पाकिस्तान के अधिकारियों के बीच शांति वार्ता की सुविधा प्रदान कर रहा है।

कई मुद्दों पर चर्चा

राज्यमंत्री हिना रब्बानी खार ने अफगानिस्तान के कार्यवाहक विदेश मंत्री आमिर खान मुत्तकी से मुलाकात की। यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि बैठक में सुरक्षा पर चर्चा हुई या नहीं। पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने एक बयान में कहा, 'शिक्षा, स्वास्थ्य, व्यापार और निवेश, क्षेत्रीय संपर्क, लोगों से लोगों के संपर्क और सामाजिक आर्थिक परियोजनाओं में सहयोग सहित आम हित के कई द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा की गई।'

अफगान कैदियों की रिहाई के मुद्दे पर चर्चा

अफगानिस्तान के विदेश मंत्रालय के एक बयान में कहा गया है कि मुत्तकी ने दोनों देशों के बीच यात्रियों के लिए व्यापार और पारगमन और सुविधाओं में तेजी लाने के साथ-साथ पाकिस्तान में अफगान कैदियों की रिहाई का भी मुद्दा उठाया था। पाकिस्तान ने इस महीने एक प्रमुख अफगान सीमा क्रॉसिंग को फिर से खोल दिया, जो दोनों पक्षों के सुरक्षा बलों के बीच संघर्ष के बाद व्यापार और पारगमन के लिए बंद कर दिया गया था।

सोशल मीडिया पर कुछ लोगों ने इस तथ्य पर प्रकाश डाला कि एक महिला उस समय पाकिस्तान के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रही है, जब संयुक्त राष्ट्र और पश्चिमी अधिकारियों ने तालिबान को महिला अधिकारों पर पाठ्यक्रम बदलने के लिए कहा था।

चरमपंथियों ने पाकिस्तानी बलों पर किया हमला

तालिबान का कहना है कि वे इस्लाम और अफगान संस्कृति के बारे में अपनी दृष्टि के अनुरूप महिलाओं के अधिकारों का सम्मान करते हैं। अगस्त 2021 में जब से तालिबान ने अफगानिस्तान पर कब्जा किया है, तब से उनके सुरक्षा बलों और पाकिस्तान के सुरक्षा बलों के बीच झड़पें हुई हैं और चरमपंथियों ने पाकिस्तानी बलों पर हमला किया है।

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आतंकियों को शरण देने से तालिबान ने किया इनकार

पाकिस्तान ने तालिबान से यह सुनिश्चित करने का आह्वान किया है कि वे इस वादे पर खरे उतरें कि वे अंतरराष्ट्रीय आतंकवादियों को शरण नहीं देंगे। इस पर तालिबान ने आतंकियों को शरण देने से इनकार किया है।

तालिबान को अभी तक नहीं मिली मान्यता

बता दें, तालिबान को अभी तक किसी भी देश ने मान्यता नहीं दी है। तालिबान ने अफगानिस्तान पर अगस्त 2021 में तेजी और आसानी से कब्जा कर लिया, जिसके बाद राष्ट्रपति अशरफ गनी देश छोड़कर भाग गए और उनकी सरकार गिर गई। इस घटना ने दुनिया को चौंका दिया था।

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