COVID-19 मामलों में भारी वृद्धि के बीच नेपाल के सरकारी कार्यालय 15 दिनों के लिए बंद रहेंगे
कुल छह जिलों में पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया है और आठ जिलों में लॉकडाउन कुछ इलाकों में लगाया गया है।
काठमांडू, एएनआइ। नेपाल में कोरोना वायरस मामलों में लगातार वृद्धि के बीच, काठमांडू घाटी (काठमांडू, भक्तपुर और ललितपुर) के मुख्य जिला अधिकारियों ने 15 दिनों के लिए सरकारी कार्यालयों के संचालन को बंद करने का फैसला किया है। काठमांडू के मुख्य जिला अधिकारी जनकराज दहल ने फोन पर एएनआई से इस बात की पुष्टि करते हुए कहा कि घाटी में COVID-19 मामलों की बढ़ती दर को देखते हुए, हमने 15 दिनों के लिए कार्यालयों को बंद करने का निर्णय लिया है। केवल उन्हीं मुद्दों पर काम किया जाएगा, जो जरूरी है।
COVID-19 के मामलों ने हिमालयी राष्ट्र में मौतों के साथ वृद्धि जारी रखी, जिसके परिणामस्वरूप प्रमुख अस्पताल फुल चल रहे हैं। इसके कारण संक्रमित लोगों को अब घरों में ही ठीक किया जा रहा है। बता दें कि 5 अगस्त को नेपाल सरकार ने देश के विभिन्न हिस्सों में आंशिक रूप से लॉकडाउन लागू कर दिया था। गृह मंत्रालय ने 14 जिलों की एक सूची जारी की, जिनमें पूर्ण लॉकडाउन लगाया गया है। लगातार कोरोना वायरस संक्रमण और मृत्यु के मामलों के बाद यह फैसला आया। जारी सूची के अनुसार, कुल छह जिलों में पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया है और आठ जिलों में लॉकडाउन कुछ इलाकों में लगाया गया है।
मंत्रालय में प्रवक्ता चक्र बहादुर बुधा ने एएनआई को बताया कि यह निर्णय विशेष जिलों में रिपोर्ट किए गए मामलों के आधार पर किया गया है। आने वाले दिनों में दर्ज मामलों की संख्या के आधार पर इसे कम किया जाएगा। इसी तरह, इसे आने वाले दिनों में स्थिति के आधार पर कुछ में बढ़ाया जा सकता है, दोनों का निर्णय स्थानीय निकायों द्वारा आवश्यकता के आधार पर किया जाएगा।
मंत्रालय द्वारा जारी की गई सूची के अनुसार - सप्तरी, सरलाही, सैंगजा, परसा, बारा और बांके जिले पूरी तरह से बंद रहेंगे। सरलाही, परसा और बारा को अनिश्चित काल के लिए प्रतिबंध के तहत रखा गया है जबकि बांके 8 अगस्त तक, सप्तरी 10 अगस्त तक और सियांगजा 7 अगस्त तक प्रतिबंध के अधीन रहेगा।