'Yellow Vest' आंदोलन: पेरिस में पुलिस से भिड़े प्रदर्शनकारी, हिरासत में 361 लोग
येलो वेस्ट मूवमेंट से पूरा फ्रांस जल रहा है। पेरिस में प्रदर्शनकारियों के उत्पात के बाद एफिल टावर को भी बंद करना पड़ा है। ईंधन की बढ़ी कीमतों के खिलाफ प्रदर्शन।
पेरिस, रायटर। सेंट्रल पेरिस में टकराव के बाद फ्रांसीसी दंगा पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस का प्रयोग किया। रहन-सहन का खर्च बेतहाशा बढ़ने के खिलाफ प्रदर्शनों की नई लहर के दौरान पुलिस को शनिवार को यह कार्रवाई करनी पड़ी है। प्रदर्शनों के इस सिलसिले ने राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों को झकझोर दिया है।
अधिकारियों ने कहा कि 575 लोगों की तलाशी ली गई। हथियार की तरह इस्तेमाल करने वाली चीजें पाए जाने के बाद पुलिस ने 361 लोगों को हिरासत में ले लिया है। इन लोगों के पास हथौड़ा, बेस बॉल बैट और धातु के बॉल पाए गए हैं।
पिछले शनिवार को जिस आर्क ट्रिमोफे स्मारक पर भ्रष्टाचार विरोधी प्रदर्शन हुए थे वहीं हजारों प्रदर्शनकारी जुटे थे। पुलिस के प्रवक्ता ने बताया कि चैंप्स इल्यसीस बौलेवार्ड पर करीब 1500 प्रदर्शनकारी थे। बड़ी संख्या में लोग दूसरे इलाके में प्रवेश कर गए और पूर्वी पेरिस की तरफ बढ़ने लगे। इस क्षेत्र में जलवायु परिवर्तन के खिलाफ शनिवार दोपहर प्रदर्शन तय था। कुछ लोगों ने सेंट्रल पेरिस को घेरने वाले रिंग रोड पर जाम लगा दिया।
क्या है येलो वेस्ट आंदोलन?
बता दें कि फ्रांस में ईंधन की बढ़ती कीमतों को लेकर आम लोगों में बहुत गुस्सा है। इसके लिए ये लोग सीधेतौर पर राष्ट्रपति मैंक्रो को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। इसी के विरोध में अक्टूबर में सोशल मीडिया पर 'येलो वेस्ट' आंदोलन की शुरुआत हुई। चूंकि ये प्रदर्शनकारी पीली जैकेट पहनकर आंदोलन कर रहे हैं, इसलिए इन्हें 'येलो वेस्ट' नाम दिया गया है।