गर्म हवाओं से बढ़ती ही जा रही आस्ट्रेलिया के जंगलों में लगी आग, 30 हजार लोगों को इलाका छोड़ने को कहा गया
40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर का तापमान और 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार वाली हवा के कारण विक्टोरिया प्रांत से तीस हजार लोगों को इलाका छोड़ देने के लिए कहा गया है।
सिडनी, आइएएनएस। ऑस्ट्रेलिया के जंगलों में लगी आग गर्म हवाओं से और भड़क गई है। बिगड़े हालात को देखते हुए सोमवार को देश के चार राज्यों में आपात स्थिति की चेतावनी जारी कर दी गई। इन क्षेत्रों से पर्यटकों के अलावा आग बुझाने में जुटे अग्निशमन दस्तों को भी वापस लौटने को कहा गया है।
40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर का तापमान और 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार वाली हवा के कारण विक्टोरिया प्रांत के पूर्वी गिप्सलैंड से तीस हजार लोगों को इलाका छोड़ देने के लिए कहा गया है। तेज आंधी और बिजली गिरने की संभावना के मद्देनजर आग की स्थिति और भयावह होने की संभावना जताई जा रही है।
ऑस्ट्रेलिया में इस आग से अभी तक नौ लोगों की जान जा चुकी है और हजारों घर राख में तब्दील हो चुके हैं। गर्म और तेज हवा को देखते हुए दावानल का दायरा और बढ़ने की आशंका जताई जा रही है। न्यू साउथ वेल्स प्रांत के जंगलों में लगी आग से सिडनी शहर धुएं के गुबार से भरा है। आग से उत्पन्न स्थिति को देखते हुए राजधानी कैनबरा में नए साल के मौके पर आतिशबाजी के उत्सव को स्थगित कर दिया गया है।
जंगलों में लगी आग से हजारों कोआला के मारे जाने की आशंका
वहीं, ऑस्ट्रेलिया के पूर्वी हिस्से में स्थित जंगलों में लगी आग से हजारों कोआला के मारे जाने की आशंका है। कोआला पेड़ों पर रहने वाला नन्हे भालू सरीखा भूरे रंग का प्यारा सा स्तनधारी होता है। यह ऑस्ट्रेलिया के जंगलों में ही पाया जाता है। दुनिया भर से कोआला को बचाने के लिए आवाजें उठ रही हैं।
ऑस्ट्रेलिया के न्यू साउथवेल्स इलाके के नजदीक तटवर्ती क्षेत्र में करीब 28 हजार कोआला थे। लेकिन हाल के महीनों में वहां के जंगलों में लगी आग से उनकी संख्या काफी कम हो जाने की आशंका है। कोआला ऑस्ट्रेलिया के सबसे ज्यादा प्यार किए जाने वाले जीवों में शुमार है लेकिन हाल के वर्षो में जंगलों के कटान और प्राकृतिक आपदाओं के चलते उनकी संख्या में कमी आई है।