ईरान और अमेरिका के बीच सब हो जाएगा ठीक, लेकिन ट्रंप अपने इस फैसले को ले लें वापस
ईरान के सरकारी टेलीविजन पर प्रसारित भाषण में रूहानी ने कहा कि अमेरिका सबसे पहले ईरान के खिलाफ लगाए गए सभी गैरकानूनी अनुचित और गलत प्रतिबंधों को वापस लेने का कदम उठाए।
तेहरान, एएफपी। अमेरिका और ईरान के बीच जारी तनातनी में मामूली कमी आने के संकेत मिले हैं। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बयान के एक दिन बाद ईरानी राष्ट्रपति हसन रूहानी ने मंगलवार को कहा कि प्रतिबंध खत्म कर अमेरिका पहला कदम बढ़ाए। फ्रांस के बायरिट्स शहर में आयोजित जी-7 शिखर सम्मेलन के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा था कि वह अपने ईरानी समकक्ष के साथ बातचीत के लिए तैयार हैं।
अमेरिका समेत दुनिया के ताकतवर देशों और ईरान के बीच 2015 में परमाणु समझौता हुआ था। लेकिन पिछले साल मई में ट्रंप ने एकतरफा फैसला करते हुए अमेरिका को समझौते से अलग कर लिया था। इसके बाद ट्रंप ने ईरान के खिलाफ कई तरह के प्रतिबंध लगा दिए थे। प्रतिबंधों के बाद ईरान की अर्थव्यवस्था बुरी तरह लड़खड़ा गई है।
ईरान के सरकारी टेलीविजन पर प्रसारित भाषण में रूहानी ने कहा कि अमेरिका सबसे पहले ईरान के खिलाफ लगाए गए सभी गैरकानूनी, अनुचित और गलत प्रतिबंधों को वापस लेने का कदम उठाए।
रूहानी ने कहा,'सकारात्मक बदलाव की कुंजी अमेरिका के हाथों में है।' ईरान ने तो अमेरिका के सबसे बड़ी आशंका को पहले ही खारिज कर दिया है कि वह परमाणु हथियार नहीं बनाएगा।
ईरानी राष्ट्रपति ने कहा कि अगर अमेरिका की चिंता परमाणु बम को लेकर है तो सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खुमैनी द्वारा जारी फतवा के जरिए उसे पहले ही दूर किया जा चुका है।
खुमैनी ने 2003 में फतवा जारी किया था, जिसमें कहा गया था कि ईरान परमाणु बम बनाने का इरादा नहीं रखता, उसकी सैन्य नीति पारंपरिक हथियारों पर आधारित है।
रूहानी ने कहा, 'पहला कदम बढ़ाइए। बिना इस कदम के, गतिरोध दूर नहीं होगा।' बता दें कि बायरिट्ज में फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों ने कहा कि अगले कुछ हफ्तों में ट्रंप और रूहानी की बैठक का माहौल सघन कूटनीतिक और बातचीत के बाद तैयार हो पाया है।
जी-7 सम्मेलन के आखिर में प्रेस कांफ्रेंस में ट्रंप ने कहा था कि वह रूहानी के साथ बातचीत के लिए तैयार है। मैक्रों ने बैठक के लिए समय प्रस्तावित किया है उम्मीद है रूहानी भी उसके लिए तैयार होंगे। दोनों नेताओं की बैठक को लेकर अभी कोई तारीख तो सामने नहीं आई है। लेकिन संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक में शामिल होने के लिए सितंबर के आखिर में ट्रंप और रूहानी दोनों न्यूयॉर्क में होंगे। उस दौरान ही दोनों के बीच बातचीत का अवसर बन सकता है।