यूरोपीय देश अगले हफ्ते सीमाओं को खोलने को तैयार, अमेरिकियों के प्रवेश पर बैन!
हर साल 15 मिलियन से अधिक अमेरिकियों के यूरोप की यात्रा करने का अनुमान है।
ब्रसेल्स, एपी। कोरोना वायरस और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के यूरोपीय आगंतुकों पर प्रतिबंध के कारण, दुनिया के लिए अपनी सीमाओं को खोलने जा रहे 30 से अधिक यूरोपीय देशों में अमेरिकियों को अनुमति मिलने की संभावना कम है। बता दें कि अगले सप्ताह यूरोपीय देश व्यापार या पर्यटन के लिए दुनिया के लोगों के लिए अपनी सीमाए खोलेंगे।
हर साल 15 मिलियन से अधिक अमेरिकियों के यूरोप की यात्रा करने का अनुमान है और इस तरह के निर्णय से ट्रंप प्रशासन की महामारी की खामियों को रेखांकित किया जाएगा, जिससे संयुक्त राज्य अमेरिका को दुनिया में सबसे अधिक संक्रमण और वायरस से संबंधित मौतों को झेलना पड़ रहा है।
यूरोपीय राष्ट्र एक जुलाई से एक-दूसरे के बीच अपनी सीमाओं को फिर से खोलने के लिए आगे बढ़ रहे हैं। ब्रसेल्स में उनके प्रतिनिधि इस बात पर बहस कर रहे हैं कि बाहरी दुनिया में सीमा प्रतिबंध हटाते समय वायरस से संबंधित मानदंड क्या लागू होने चाहिए, जैसे मार्च में यूरोप की गैर-जरूरी यात्रा को रोकने में लगाए गए थे। यूरोपीय संघ के देशों की सिफारिशों में 11 जून को, यूरोपीय आयोग ने कहा था कि 'यात्रा प्रतिबंधों को तीसरे देशों के संबंध में नहीं हटाना चाहिए, जहां स्थिति बदतर है' 27 यूरोपीय संघ के सदस्य देशों आइसलैंड, लिकटेंस्टीन, नॉर्वे और स्विट्जरलैंड में औसत से अधिक है।
जॉन्स हॉपकिंस विश्वविद्यालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, संयुक्त राज्य अमेरिका में रहने वाले लोगों के यूरोपीय देशों में जाने की संभावना कम है, जहां कोरोना वायरस संक्रमण दो महीनों में उच्चतम स्तर पर पहुंच गया है। एक महीने से अधिक समय तक प्रभाव कम होने के बाद नए अमेरिकी मामलों में एक सप्ताह से अधिक समय तक वृद्धि हुई है।
अमेरिका से मंगलवार को वायरस के 34,700 नए मामलों की सूचना मिली, जिनसे अमेरिका में कुल मामले 2.3 मिलियन से अधिक हो गए हैं और यहां 121,000 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है। वहीं, बताया गया कि ब्राजील, भारत और रूस में वायरस का प्रकोप भी बहुत अधिक है और यह भी संभावना नहीं है कि यूरोपीय संघ अपने नागरिकों को वहां भी जाने देगा।