धुएं से भरे सिडनी में पर्यावरण कार्यकर्ताओं ने स्कूली बच्चों के साथ किया प्रदर्शन
जलवायु परिवर्तन के पर्यावरण पर दुष्प्रभावों को लेकर वैश्विक प्रदर्शनों की शुक्रवार को ऑस्ट्रेलिया के सिडनी शहर से शुरुआत की गई।
सिडनी, एएफपी। जलवायु परिवर्तन के पर्यावरण पर दुष्प्रभावों को लेकर वैश्विक प्रदर्शनों की शुक्रवार को ऑस्ट्रेलिया के सिडनी शहर से शुरुआत की गई। देश के दक्षिणपूर्वी हिस्से के जंगलों में लगी आग के कारण धुएं से भरे सिडनी में पर्यावरण कार्यकर्ताओं ने स्कूली बच्चों के साथ मिलकर धरना-प्रदर्शन किया। मुख्य प्रदर्शन सिडनी स्थित ऑस्ट्रेलिया की सत्तारूढ़ लिबरल पार्टी के मुख्यालय पर किया गया। इन घटनाओं में छह लोगों की मौत हो चुकी है और हजारों लोग प्रभावित हुए हैं।
प्रदर्शनकारियों ने 'हमारा भविष्य जल रहा है' लिखी तख्तियां ले रखी थीं। ये लोग वैश्विक स्तर पर जलवायु परिवर्तन के मुद्दे पर संयुक्त राष्ट्र में धमाकेदार भाषण देने वाली 16 साल की पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग की अपील पर जुटे थे। वैश्विक स्तर पर जलवायु परिवर्तन के मुद्दे को जोर-शोर से उठाने के लिए शुक्रवार को सिडनी के अलावा मेलबर्न और जापान की राजधानी टोक्यो में भी प्रदर्शन किया गया।
वैश्विक स्तर पर जलवायु परिवर्तन पर प्रदर्शन
इस दौरान भारत और जापान में भी लोगों ने सड़कों पर उतरकर जलवायु परिवर्तन को लेकर कड़े कदम उठाने की मांग की। वहीं, दिल्ली में लगभग 50 स्कूलों और कॉलेजों के छात्रों ने पर्यावरण मंत्रालय की ओर मार्च किया। प्रदर्शनकारी छात्रों ने नारेबाजी करते हुए सरकार से जलवायु आपातकाल घोषित करने की मांग की। प्रदर्शन कर रही छात्रा सौम्या चौधरी (23) ने कहा, 'हम चाहते हैं कि सरकार इसपर ध्यान दे और इस मुद्दे पर लोगों से बात करे।'
जापान में भी हुए प्रदर्शन
जापान की राजधानी तोक्यो के शिन्जुकु जिले में लोगों भी इस मुद्दे पर मार्च कर लोगों को जागरुक करने का प्रयास किया। मियो इशिदा नामक प्रदर्शनकारी छात्रा ने कहा, 'मैं संकट को महसूस कर सकती हूं क्योंकि जापान में अधिकतर लोग जलवायु परिवर्तन में दिलचस्पी नहीं लेते।'