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नेपाल के बगलामुखी और वानूआतू में महसूस किए गए भूकंप के झटके, लोग घरों से बाहर निकले

पोर्ट विला के 187 किमी उत्तर में वानूआतू में बुधवार करीब 1735 बजे भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए।

By Arun Kumar SinghEdited By: Published: Wed, 05 Aug 2020 06:42 PM (IST)Updated: Wed, 05 Aug 2020 06:58 PM (IST)
नेपाल के बगलामुखी और वानूआतू में महसूस किए गए भूकंप के झटके, लोग घरों से बाहर निकले
नेपाल के बगलामुखी और वानूआतू में महसूस किए गए भूकंप के झटके, लोग घरों से बाहर निकले

पोर्ट विला/काठमांडू/एएनआइ। दुनिया में आजकल भूकंप आने की तीव्रता काफी बढ़ गई है। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के अनुसार, पोर्ट विला के 187 किमी उत्तर में वानूआतू में बुधवार करीब 17:35 बजे भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। इसकी तीव्रता 6.2 मापी गई। इस कारण लोग अपने घरों से बाहर निकल आए। उधर, नेपाल के बगलामुखी इलाके में रिक्टर स्केल पर 3.5 तीव्रता के भूकंप के झटके महसूस किए गए।

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नेपाल के ललितपुर जिले में भूकंप 

नेपाल के ललितपुर जिले में बुधवार को 3.5 तीव्रता का भूकंप आया, यह जानकारी राष्ट्रीय भूकंप केंद्र ने दी। भूकंप शाम 4:30 बजे (स्थानीय समयानुसार) आया और इसे ललितपुर जिले के बागलामुखी इलाके के आसपास महसूस किया गया।

वानूआतू गणराज्य दक्षिण प्रशांत महासागर में स्थित एक द्वीप राष्ट्र है। ज्वालामुखी मूल का यह द्वीपसमूह उत्तरी ऑस्ट्रेलिया के लगभग 1,750 किलोमीटर (1,090 मील) पूर्व, न्यू कैलेडोनिया के 500 किलोमीटर (310 मील) पूर्वोत्तर, फिजी के पश्चिम और न्यू गिनी के निकट सोलोमन द्वीपों के दक्षिण-पूर्व में स्थित है। वानूआतू में मेलानेशियाई लोग सबसे पहले आकर बसे थे। यूरोप के लोगों ने 1605 में क्यूरॉस के नेतृत्व में स्पैनिश अभियान के एस्पिरिटू सैंटो में आने पर इन द्वीपों का पता लगाया था।

इससे पहले 7 और 8 अक्टूबर 2009 के बीच हल्के से लेकर तीव्र भूकंप के कई झटकों ने वानूआतू और सांता क्रूज़ द्वीपों के आसपास के क्षेत्र को प्रभावित किया था। भूकंप का पहला झटका 7 अक्टूबर 2009 को आया था और इसकी तीव्रता 7.6 मापी गयी थी। इस पूरे क्षेत्र के 11 देशों के लिए एक सुनामी चेतावनी जारी की गयी थी हालांकि एक हल्की सुनामी तैयार होने के बाद दो घंटों के अंदर ही इसे रद्द कर दिया गया।

वानूआतू के भूकंप ऑस्ट्रेलिया प्लेट और प्रशांत प्लेट की सीमा पर (या इसके निकट) आए थे। ये ज्यादातर 35 किलोमीटर (22 मील) की गहराई पर थे। यह सीमा क्षेत्र भूकंपीय दृष्टि से दुनिया के सबसे सक्रिय क्षेत्रों में शामिल है।


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