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प्रदर्शनकारियों पर एक बार फिर भड़के ट्रंप, बोले- गांधी की प्रतिमा को भी नहीं छोड़ा

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि अश्वेत जॉर्ज फ्लॉयड की मौत के बाद हिंसक हुए प्रदर्शनकारी महात्मा गांधी की प्रतिमा को भी क्षतिग्रस्त करने से नहीं चूके।

By Ayushi TyagiEdited By: Published: Sat, 19 Sep 2020 02:23 PM (IST)Updated: Sat, 19 Sep 2020 02:23 PM (IST)
प्रदर्शनकारियों पर एक बार फिर भड़के ट्रंप, बोले- गांधी की प्रतिमा को भी नहीं छोड़ा
प्रदर्शनकारियों पर एक बार फिर भड़के ट्रंप, बोले- गांधी की प्रतिमा को भी नहीं छोड़ा

वाशिंगटन, पीटीआइ। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि अश्वेत जॉर्ज फ्लॉयड की मौत के बाद हिंसक हुए प्रदर्शनकारी महात्मा गांधी की प्रतिमा को भी क्षतिग्रस्त करने से नहीं चूके। उन्होंने एक बार फिर प्रदर्शनकारियों को 'ठगों का झुंड' बताया।

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बता दें कि इसी वर्ष 25 मई को मिनिपोलिस में श्वेत पुलिकर्मी डेरेक चाउविन ने 46 वर्षीय अश्वेत जॉर्ज फ्लॉयड को हथकड़ी लगा कर जमीन पर गिरा दिया था और उसके गले को घुटने से करीब आठ मिनट तक दबाए रखा जिससे उसकी मौत हो गई थी। इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद पूरे देश में हिंसक प्रदर्शन शुरू हो गए। इसी क्रम में पूरे देश में तोड़फोड़, लूटपाट और आगजनी की भी कुछ घटनाएं हुईं।

मिनिसोटा में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए ट्रंप ने कहा कि जब प्रदर्शनकारियों ने अब्राहम लिंकन की प्रतिमा को क्षतिग्रस्त किया था तभी मैंने कहा था कि ये लोग और भी आगे जा सकते हैं। इसके बाद उन लोगों ने जार्ज वाशिंगटन और थामस जेफरसन की प्रतिमा को क्षतिग्रस्त किया। मिनिसोटा वह प्रांत है जहां से वर्ष 2016 में ट्रंप 44 हजार मतों से हार गए थे। इस दौरान ट्रंप ने वाशिंगटन में लगी महात्मा गांधी की प्रतिमा का भी जिक्र किया, जिसे अज्ञात शरारती तत्वों ने राष्ट्रव्यापी प्रदर्शन के दौरान निशाना बनाया था। ट्रंप ने कहा, 'गांधी सिर्फ एक ही चीज चाहते थे और वह है शांति। हालांकि प्रदर्शनकारियों ने गांधी की प्रतिमा को भी नहीं छोड़ा।

हम ऐसे लोगों को पसंद नहीं करते हैं। मुझे नहीं लगता है कि उन्हें इस बात का एहसास नहीं होगा कि वे क्या कर रहे हैं। सही मायने वे प्रदर्शनकारी नहीं बल्कि ठगों का एक झुंड था।' राष्ट्रपति ने भीड़ को संबोधित करते हुए कहा कि उन्होंने कुछ दिनों पहले एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर किए हैं, जिसमें ऐसे शरारती तत्वों के लिए 10 साल कैद का प्रावधान है। अब कोई भी प्रतिमाओं को गिराने की बात तक नहीं करता है। बता दें कि भारतीय दूतावास ने नेशनल पार्क पुलिस और अमेरिकी विदेश विभाग की मदद से प्रतिमा को दोबारा स्थापित कर दिया है।


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