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कोरोना वायरस संक्रमण में हुए बदलाव को लेकर डेनमार्क एक करोड़ से ज्यादा चूहों को मारने की कर रहा तैयारी

डेनमार्क के प्रधान मंत्री मेटे फ्रेडरिकसेन ने कहा कि स्वास्थ्य अधिकारियों ने मनुष्यों और चूहों में कोरोना वायरस के कुछ लक्षणों को पाया है जो एंटीबॉडी के प्रति संवेदनशीलता में कमी को दर्शाता है। इसलिए यह योजना बनाई जा रही है।

By Dhyanendra SinghEdited By: Published: Thu, 05 Nov 2020 11:41 PM (IST)Updated: Thu, 05 Nov 2020 11:41 PM (IST)
कोरोना वायरस संक्रमण में हुए बदलाव को लेकर डेनमार्क एक करोड़ से ज्यादा चूहों को मारने की कर रहा तैयारी
कोरोना वायरस पर बदलाव पाया गया है,

कोपेनहेगन, रायटर। जानवरों में पाए जाने वाले कोरोना वायरस संकमण में हुए बदलावों को लेकर डेनमार्क 17 मिलियन चूहों (एक करोड़ सत्तर लाख) को मारने की योजना बना रहा है। मनुष्यों में कोरोना संक्रमण फैलने के बाद वहां की सरकार अब चूहों (Mink) को खत्म करेगी। प्रधान मंत्री मेटे फ्रेडरिकसेन ने कहा कि स्वास्थ्य अधिकारियों ने मनुष्यों और चूहों में कोरोना वायरस के कुछ लक्षणों को पाया है, जो एंटीबॉडी के प्रति संवेदनशीलता में कमी को दर्शाता है। फ्रेडरिकसेन ने कहा कि हमारी अपनी आबादी के प्रति एक बड़ी जिम्मेदारी है, लेकिन अब जो कोरोना वायरस पर बदलाव पाया गया है, उसके साथ हमारी बाकी दुनिया के लिए भी बड़ी जिम्मेदारी है।

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कोरोना पर हुए शोध के बाद निष्कर्ष और जिसे विश्व स्वास्थ्य संगठन और यूरोपीय सेंटर फॉर डिजीज प्रिवेंशन एंड कंट्रोल के साथ साझा किया गया है। राज्य सीरम संस्थान, संक्रामक रोगों से निपटने वाले डेनिश अथॉरिटी द्वारा प्रयोगशाला परीक्षणों पर आधारित थे।

डब्ल्यूएचओ से जुड़े माइक रयान ने कहा कि मनुष्यों की पूर्ण पैमाने पर वैज्ञानिक जांच के लिए बुलाया गया। चीन में कोरोना से संक्रमित चूहों से यह वायरस मनुष्यों में भेज दिया गया। वहीं, डब्ल्यूएचओ के एक अधिकारी ने जेनेवा में समाचार एजेंसी रायटर को दिए एक बयान में कहा कि हमें चूहों से कोरोनो वायरस से संक्रमित कई लोगों के डेनमार्क में पाए जाने की सूचना दी गई है, जिसमें कोरोना वायरस में कुछ आनुवंशिक बदलाव हुए हैं। बता दें कि डेनिश अधिकारी इन निष्कर्षों की महामारी विज्ञान और वायरोलॉजिकल महत्व की जांच कर रहे हैं।

डेनमार्क के अधिकारियों ने कहा कि नए वायरस के पांच मामले मिंक फार्म और मनुष्यों में 12 मामलों में दर्ज किए गए थे, और देश में 15  से 17 मिलियन चूहे हैं। 

आरहस यूनिवर्सिटी में वेटरनरी एंड वाइल्डलाइफ मेडिसिन के प्रोफेसर क्रिश्चियन सोन ने एक ईमेल में कहा कि उनका मानना है कि एहतियात के तौर पर अब चूहों के झुंड को खत्म करना एक अच्छा फैसला है और इससे भविष्य में होने वाले प्रकोप को रोका जा सकता है, वरना इसे नियंत्रित करना ज्यादा मुश्किल हो जाएगा।


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