सिंधियों के मानवाधिकार उल्लंघन के लिए पाक को जवाबदेह ठहराने की मांग
पिछले तीन साल में 300 से ज्यादा लोगों का अपहरण किया जा चुका है। इनमें जाने-माने नेता कार्यकर्ता और बुद्धिजीवी शामिल हैं।
जिनेवा (स्विटजरलैंड), एएनआइ। वर्ल्ड सिंधी कांग्रेस ने संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (यूएनएचआरसी) से सिंधी लोगों के मानवाधिकारों का उल्लंघन करने के लिए पाकिस्तान को जवाबदेह ठहराने का अनुरोध किया है।यूएनएचआरसी के 43वें सत्र को संबोधित करते हुए वर्ल्ड सिंधी कांग्रेस के महासचिव लखु लुहाना ने कहा, 'अपने ऐतिहासिक, राजनीतिक, आर्थिक और सांस्कृतिक अधिकारों के लिए सिंधी लोगों के संघर्ष में हर आवाज को निर्मम तरीके से खामोश करने के लिए पाकिस्तानी एजेंसियों द्वारा सिंधी लोगों को जबरन गायब करने का सिलसिला जारी है।
300 से ज्यादा लोगों का हुआ अपहरण
पिछले तीन साल में 300 से ज्यादा लोगों का अपहरण किया जा चुका है। इनमें जाने-माने नेता, कार्यकर्ता और बुद्धिजीवी शामिल हैं। पिछले तीन दिनों में चार और राजनीतिक कार्यकर्ताओं का अपहरण किया जा चुका है।
हिंदुओं का निर्दयता से उत्पीड़न जारी
स्वदेशी सिंधी हिंदुओं का निर्दयता से उत्पीड़न जारी है। इसमें सैकड़ों सिंधी हिंदू लड़कियों (ज्यादातर नाबालिग) का जबरन धर्मातरण और शादी, उनके पूजा स्थल व संपत्तियों पर हमले और ईशनिंदा के झूठे मामलों पर फंसाना शामिल है।'
15 साल की लड़की महक का दिया हवाला
उन्होंने आगे कहा, 'आखिरी दुखद मामला 15 साल की लड़की महक कुमारी का है जिसने अदालत में बार-बार माता-पिता के साथ जाने का बयान दिया, इसके बावजूद उसे तथाकथित संरक्षण गृह में भेज दिया गया जो वास्तव में एक कारावास है। न्यायिक प्रणाली समेत पाकिस्तान की पूरी व्यवस्था ने कोई राहत प्रदान नहीं की और अपराधी बेखौफ हैं।'
बता दें कि पाकिस्तान से अल्पसंख्यकों की हालत काफी खराब है। खास कर हिंदुओं पर अक्सर जुल्मों सितम की खबरें मिलती रहती हैं। हाल में ही हिंदू परिवारों का एक जत्था भारत आया था जो यहीं बसने की मांग कर रहा था। अटारी सीमा के रास्ते 128 और पाकिस्तानी हिंदू भारत पहुंचे थे। इस जत्थे में पुरुषों के अलावा बड़ी संख्या में लड़कियां, बच्चे और महिलाएं भी थीं।