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फिलीपींस के राष्ट्रपति दुर्तेते की आलोचक रहीं पत्रकार को मानहानि के मामले में छह साल की जेल

फैसला सुनाए जाने के बाद रेसा ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा यह फैसला मेरे लिए बेहद बुरा है क्योंकि इसमें रैप्लर को गलत ठहराया गया है।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Mon, 15 Jun 2020 07:04 PM (IST)Updated: Mon, 15 Jun 2020 07:04 PM (IST)
फिलीपींस के राष्ट्रपति दुर्तेते की आलोचक रहीं पत्रकार को मानहानि के मामले में छह साल की जेल
फिलीपींस के राष्ट्रपति दुर्तेते की आलोचक रहीं पत्रकार को मानहानि के मामले में छह साल की जेल

मनीला (एजेंसी)। फिलीपींस के राष्ट्रपति रॉड्रिगो दुर्तेते की आलोचक रहीं प्रसिद्ध पत्रकार को सोमवार को मानहानि के एक मामले में दोषी करार देते हुए जेल की सजा सुनाई गई। फैसले को इस एशियाई लोकतांत्रिक देश में पत्रकारिता की स्वतंत्रता पर बड़े आघात के रूप में देखा जा रहा है। पत्रकार मारिया रेसा, उनकी ऑनलाइन वेबसाइट रैप्लर इंक और पूर्व संवाददाता रेनाल्डो सांतोन जूनियर को एक धनी कारोबारी को बदनाम करने के आरोप में दोषी ठहराया गया है।

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पत्रकार मारिया रेसा ने कहा- यह फैसला मेरे लिए बेहद बुरा 

बता दें कि रैप्लर पर 29 मई, 2012 में एक खबर प्रकाशित हुई थी, जिसमें खुफिया रिपोर्ट का हवाला देते हुए कारोबारी का संबंध हत्या, मादक पदार्थ की तस्करी, मानव तस्करी से जोड़ा गया था। खबर में खुफिया रिपोर्ट की निशानदेही नहीं की गई थी। फैसला सुनाए जाने के बाद रेसा ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, यह फैसला मेरे लिए बेहद बुरा है, क्योंकि इसमें रैप्लर को गलत ठहराया गया है।

पत्रकार मारिया रेसा को छह साल तक की सजा, लेकिन हिरासत में नहीं लिया गया

उन्होंने कांपती आवाज में फिलीपींस की जनता और पत्रकारों से अपने अधिकारों की लड़ाई लड़ते रहने को कहा है। उन्हें छह साल तक की सजा मिली है, लेकिन अभी तत्काल हिरासत में नहीं लिया गया है। रेसा ने पिछले साल जमानत की मांग की थी और उनके वकील का कहना है कि वह इस फैसले के खिलाफ अपील दायर करेंगे। कारोबारी विल्फ्रेड केंग ने आरोपों को आधारहीन और गलत बताते हुए कहा था कि रैप्लर ने रिपोर्ट को ऑनलाइन से हटाने या उनका पक्ष छापने से इन्कार कर दिया था।

रैप्लर के वकील ने कहा- खुफिया रिपोर्ट के आधार पर खबर प्रकाशित हुई थी 

रैप्लर के वकील ने कहा कि एक खुफिया रिपोर्ट के आधार पर वह खबर प्रकाशित हुई थी और फिलीपींस दंड कानून के तहत एक साल तक की अविध में मानहानि की शिकायत दर्ज कराई जा सकती है। उनका कहना था कि 2017 में जब केंग ने मामला दर्ज कराया तब तक यह अवधि समाप्त हो चुकी थी। इस खबर के ऑनलाइन प्रकाशित होने के पांच साल बाद मुकदमा दर्ज कराया गया।


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