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Coronavirus Vaccine: ऑस्ट्रेलिया में इंसानों पर अमेरिकी कंपनी ने शुरू की ट्रायल

अमेरिका की एक बायोटेक कंपनी नोवावैक्स ने ऑस्ट्रेलिया में इंसानों पर कोरोना वायरस वैक्सीन (Coronavirus Vaccine) का ट्रायल (Human Trail) शुरू करने की मंगलवार को घोषणा की।

By TaniskEdited By: Published: Tue, 26 May 2020 07:36 AM (IST)Updated: Tue, 26 May 2020 07:36 AM (IST)
Coronavirus Vaccine: ऑस्ट्रेलिया में इंसानों पर अमेरिकी कंपनी ने शुरू की ट्रायल

कैनबरा, एपी। अमेरिका की एक बायोटेक कंपनी नोवावैक्स ने ऑस्ट्रेलिया में इंसानों पर कोरोना वायरस वैक्सीन (Coronavirus Vaccine) का ट्रायल (Human Trail) शुरू करने की मंगलवार को घोषणा की। कंपनी ने इस वर्ष एक सिद्ध टीका जारी करने की आशा के साथ यह शुरुआत की है। 

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कंपनी के अनुसंधान प्रमुख डॉ. ग्रेगरी ग्लेन ने कहा कि नोवावैक्स ने ट्रायल के पहले स्टेज की शुरुआत की है। इस दौरान मेलबर्न और ब्रिस्बेन में 131 वॉलंटियर्स पर वैक्सीन का ट्रायल होगा। इसमें वैक्सीन की सुरक्षा और प्रभावशीलता के शुरुआती संकेतों के बारे में पता लगाने की कोशिश होगी।   

वैक्सीन बनाने के साथ-साथ  डोज भी तैयार करने की कोशिश

ग्लेन ने नोवामैक्स के मुख्यालय मैरीलैंड से मेलबोर्न में एक वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए बताया, ' हम परीक्षण के साथ-साथ इसका डोज भी तैयार करने में लगे हुए हैं। हमें इस बात की उम्मीद है कि हम यह दिखाने में सक्षम होंगे कि यह वायरस के खिलाफ कारगर है और साल के अंत तक इसे इस्तेमाल के लिए उपलब्ध कराना शुरू कर देंगे।'

लगभग एक दर्जन टीकों की टेस्टिंग शुरुआती स्टेज में या शुरू होने वाली है

समाचार एजेंसी एपी के अनुसार लगभग एक दर्जन प्रायोगिक टीकों की टेस्टिंग शुरुआती स्टेज में हैं या उनकी टेस्टिंग शुरू होने वाली है। इनमें से ज्यादातर टीके चीन, अमेरिका और यूरोप से हैं। यह स्पष्ट नहीं है कि इनमें से कोई अंततः सुरक्षित और प्रभावी साबित होगा। लेकिन सब अलग-अलग तरीकों और तकनीकों से काम करते हैं, जिससे यह उम्मीद है कि इनमें से कम से कम एक दृष्टिकोण सफल होगा। 

नोवावैक्स ने जेनेटिक इंजीनियरिंग का उपयोग किया

समाचार एजेंसी एपी के अनुसार इनमें से अधिकांश का उद्देश्य 'स्पाइक' प्रोटीन को पहचानने के लिए इम्यून सिस्टम को ट्रेन करना है, जो कोरोना वायरस के बाहरी सतह पर मौजूद होता है। ताकि अगर कभी शरीर का असल संक्रमण से सामना हो तो वह प्रतिक्रिया दे सके। इसके अलावा कुछ कैंडिडेट उस प्रोटिन के लिए जेनेटिक कोड के इस्तेमाल कर रहे हैं। कुछ अन्य कैंडिडेट प्रोटीन बनाने वाली जानकारी देने के लिए एक हानिरहित वायरस का उपयोग करते हैं। नोवावैक्स ने कोरोना वायरस स्पाइक प्रोटीन विकसित करने के लिए जेनेटिक इंजीनियरिंग का उपयोग किया।

नैनोपार्टिकल जुकाम की दवा की तरह बना रहे वैक्सीन

नोवावैक्स ने पिछले महीने कहा था कि हम जो दवा बनाते हैं उसमें हम वायरस को हाथ भी नहीं लगाते, लेकिन अंतत: यह रोग प्रतिरोधक क्षमता के लिए किसी वायरस जैसा ही प्रतीत होती है। यह वही तरीका है, जिससे नोवावैक्स नैनोपार्टिकल जुकाम की दवा तैयार करती है।


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