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चीन ने अमेरिका को दी युद्ध की धमकी ! कहा- इन मामलों में न करे हस्तक्षेप

सिंगापुर में शंग्रीला डायलॉग को संबोधित करते हुए चीनी रक्षामंत्री फेंग ने कहा अमेरिका ताइवान और दक्षिण चीन सागर के सुरक्षा मामलों में हस्तक्षेप न करे।

By Dhyanendra SinghEdited By: Published: Sun, 02 Jun 2019 11:11 PM (IST)Updated: Sun, 02 Jun 2019 11:11 PM (IST)
चीन ने अमेरिका को दी युद्ध की धमकी ! कहा-  इन मामलों में न करे हस्तक्षेप
चीन ने अमेरिका को दी युद्ध की धमकी ! कहा- इन मामलों में न करे हस्तक्षेप

सिंगापुर, रायटर। चीन ने रविवार को अमेरिका को युद्ध की धमकी देकर सनसनी फैला दी। चीन के रक्षा मंत्री वेई फेंग ने कहा, अमेरिका के साथ उसका युद्ध दुनिया के लिए आपदा जैसा होगा। उन्होंने अमेरिका को चेतावनी दी कि वह ताइवान और दक्षिण चीन सागर के सुरक्षा मामलों में हस्तक्षेप न करे।

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चीन ने यह प्रतिक्रिया हाल के महीनों में अमेरिका के स्वशासित ताइवान की हर तरह की सहायता बढ़ाने पर व्यक्त की है। हाल के दिनों में अमेरिकी नौसेना के कई पोत ताइवान स्ट्रेट होकर ताइवान तक गए हैं। ताइवान स्ट्रेट ही चीन को ताइवान से अलग करता है। चीन ताइवान पर अपने अधिकार का दावा करता है।

सिंगापुर में एशिया के प्रमुख रक्षा सम्मेलन शंग्रीला डायलॉग को संबोधित करते हुए फेंग ने कहा, टकराव खत्म होना चाहिए। अगर ताइवान से उसके संबंधों के बीच में कोई आता है तो बीजिंग उसके खिलाफ आवश्यकतानुसार बल प्रयोग पर विचार करेगा। कहा, एशिया में चीन की सैन्य गतिविधियां विशुद्ध रूप से आत्मरक्षा के लिए होती हैं, अगर उसके हितों पर हमला होगा तो वह उसका जवाब देने में जरा भी नहीं हिचकिचाएगा। चीन तब तक किसी पर हमला नहीं करेगा, जब तक कि उस पर हमला नहीं होता।

बता दें कि फेंग चीन के पहले रक्षा मंत्री हैं जो 2011 से हो रहे शंग्रीला डायलॉग में शामिल हुए हैं। इससे पहले शनिवार को अमेरिका के कार्यवाहक रक्षा मंत्री पैट्रिक शानाहान ने शंग्रीला डायलॉग में कहा था कि एशिया में चीन के चल रहे व्यवहार का अमेरिका लंबे समय तक मौनदर्शक नहीं रहेगा। अमेरिकी रक्षा मंत्री का यह वक्तव्य चीन को खला था।

चीन को तोड़ने की कोशिश सफल नहीं 
चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के जनरल की वर्दी में आए फेंग ने कहा, चीन को तोड़ने की कोई कोशिश सफल नहीं होगी। ताइवान को लेकर जो भी हस्तक्षेप होगा उसका विफल होना तय है। अमेरिका के साथ सैन्य टकराव पर चीनी रक्षा मंत्री ने कहा, दोनों ही पक्षों को एहसास होना चाहिए कि उनके बीच का टकराव या युद्ध दोनों के लिए तो बर्बादी का सबब होगा ही, पूरी दुनिया के लिए आपदा से कम नहीं होगा। ताइवान के साथ अमेरिका का कोई औपचारिक रक्षा समझौता नहीं है लेकिन वह चीन के इस पड़ोसी राष्ट्र का सबसे बड़ा मददगार और हथियार आपूर्तिकर्ता है।

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