चीन ने ट्रेड को बनाया हथियार, ऑस्ट्रेलिया से आयात होने वाले सामान पर शुल्क बढ़ाने की दी धमकी
चीन ने ऑस्ट्रेलिया से बीफ आयात को निलंबित कर दिया है। उसने ऑस्ट्रेलिया से आयात होने वाले सामान पर भारी शुल्क लगाने की भी धमकी दी है।
वेलिंगटन, एपी। कोरोना महामारी को लेकर चीन को वैश्विक स्तर पर आलोचना का सामना करना पड़ रहा है। उसने आलोचना को शांत करने के प्रयास में ट्रेड को हथियार बना लिया है। वह पहले भी अपनी बात मनवाने के लिए इस तरह के कारोबारी प्रतिबंधों को आजमा चुका है। अमेरिका, जर्मनी, ब्रिटेन और ऑस्ट्रेलिया समेत कई देश कोरोना महामारी के लिए चीन को जिम्मेदार मान रहे हैं। इन देशों का मानना है कि चीन ने कोरोना वायरस पर पारदर्शिता नहीं दिखाई। ऑस्ट्रेलिया ने तो जांच तक की मांग की है।
ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री ने कोरोना के उत्पत्ति के गहन जांच की मांग की थी
ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री स्कॉट मौरिसन के नेतृत्व वाली सरकार ने कोरोना की उत्पत्ति की गहन जांच कराने की मांग है। अमेरिका ने भी इस मांग का समर्थन किया है। चीन को हालांकि यह मांग पसंद नहीं आई। उसने अपने खिलाफ उठ रहे विरोध को शांत करने के लिए कारोबारी प्रतिबंध के हथियार को सबसे पहले ऑस्ट्रेलिया पर आजमा रहा है। चीन यह रणनीति राजनीतिक विवादों को लेकर नार्वे और कनाडा की सरकारों के खिलाफ पहले आजमा चुका है।
चीन दे रहा है राजनीतिक संदेश
थिंक टैंक ऑस्ट्रेलिया रणनीतिक नीति संस्थान के कार्यकारी निदेशक पीटर जेनिंग्स ने कहा, 'चीन वास्तव में एक राजनीतिक संदेश दे रहा है। वे ऑस्ट्रेलिया से कह रहे हैं कि खुली और स्वतंत्र जांच की मांग नहीं करें।' उन्होंने बताया कि चीन ने हालांकि ऑस्ट्रेलिया के साथ अपने कारोबारी संबंधों को तबाह करने के लिए बहुत कुछ दांव पर लगा दिया है। वह ऑस्ट्रेलियाई लौह अयस्क और कोयला का सबसे बड़ा आयातक है।
चीन ने बीफ आयात को किया निलंबित
चीन ने ऑस्ट्रेलिया से बीफ आयात को निलंबित कर दिया है। उसने ऑस्ट्रेलिया से आयात होने वाले सामान पर भारी शुल्क लगाने की भी धमकी दी है। इसके बावजूद ऑस्ट्रेलिया झुक नहीं रहा है। प्रधानमंत्री मौरिसन ने शुक्रवार को पत्रकारों से कहा, 'हम अपने मूल्यों के साथ खड़े