कंबोडिया में एक महिला में कोरोना वायरस की पुष्टि, सीमा पर कड़ा प्रहार
कंबोडिया ने रविवार को कोरोना वायरस के एक नए मामले की पुष्टि की है। इस सूचना के बाद कंबोडिया ने विदेशी नागरिकों के लिए प्रवेश पर रोक लगा दी है!
नोम पेन्ह, एजेंसी। कंबोडिया ने रविवार को कोरोना वायरस के एक नए मामले की पुष्टि की है। इस सूचना के बाद कंबोडिया ने विदेशी नागरिकों के लिए प्रवेश पर रोक लगा दी है, ताकि वायरस के प्रसार पर अंकुश लगाया जा सके। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना वायरस के एक नए मामले की पुष्टि की है। मंत्रालय ने अपने एक बयान में कहा कि नया मामला एक 30 वर्षीय महिला का है। कंबोडिया के उत्तर-पश्चिमी बंटेय मीन्चे प्रांत के कराओके क्लब में काम किया था। मंत्रालय ने कहा कि जनवरी से अब तक कुल 21 मरीज ठीक हो चुके हैं।
कंबोडिया के विदेश मामलों के मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि कोरोनोवायरस के प्रसार पर अंकुश लगाने के लिए 30 मार्च की आधी रात को एक महीने के लिए विदेशी नागरिकों के आगमन पर वीजा रद कर दिया जाए। मंत्रालय ने कहा कि कंबोडिया की यात्रा करने के इच्छुक विदेशी नागरिकों को विदेश में एक पूर्व वीजा प्राप्त करना होगा और उनके पास यह प्रमाणित होना चाहिए कि उसमें कोरोना पाजिटिव नहीं हो।
चीन में कोरोना वायरस के मामले फिर से बढ़े
चीन में कोरोना वायरस के मामले फिर से बढ़ने लगे हैं। चीन में शनिवार को 45 नए मामले सामने आए, वहीं 5 लोगों की मौत भी हुई।चीन में कोरोना वायरस के कारण मौत का आंकड़ा 3300 तक पहुच गया है। चीन के स्वास्थ्य अधिकारियों ने इसकी जानकारी दी। देश के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने शनिवार को हेनान प्रांत में कोरोना के नए मामलों की पुष्टि की।चीन में हुई पांच मौतें हुबेई प्रांत में सामने आई हैं, जिससे वहां मरने वालों की संख्या 3300 तक पहुंच चुकी है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने कहा कि 44 नए विदेशी मामलों के साथ यहां कुल विदेशी मामलों की संख्या 693 तक पहुंच गई है।
अमेरिका में COVID-19 के सबसे अधिक मरीज
महाशक्ति अमेरिका में महामारी कोविड-19(COVID-19) के सबसे अधिक मरीज पाए जा रहे हैं, इनकी संख्या में दिनोंदिन बढ़ोतरी हो रही है। अमेरिका में इतने अधिक मरीज पाए जाने पर अब कई तरह के सवाल भी उठने लगे हैं। सबसे ज्यादा प्रभावित देशों में अमेरिका शीर्ष पर है, इसके बाद इटली और फिर चीन का नंबर आ रहा है। चीन का तीसरे नंबर पर होना भी अपने आप में चौंकाने वाला है। चीन के दो प्रांतों से इस बीमारी की शुरूआत हुई उसके बाद भी वो तीसरे नंबर पर है जो किसी के गले नहीं उतर रहा है।