ब्राजील के राष्ट्रपति जायर बोल्सनारो कोरोना संदिग्ध, दोबारा से होगी जांच
ब्राजील के राष्ट्रपति जायर बोल्सनारो को सांस लेने में कुछ समस्या हो रही थी जिसकी वजह से वो सोमवार की देर रात को अस्पताल में जांच के लिए गए थे।
रियोडिजनेरियो, न्यूयॉर्क टाइम्स न्यूज सर्विस। ब्राजील के राष्ट्रपति जायर बोल्सनारो को सांस लेने में कुछ समस्या हो रही थी, जिसकी वजह से वो सोमवार की देर रात को अस्पताल में जांच के लिए गए थे। अब डॉक्टरों ने उनकी सांस लेने और फेफड़े में समस्या की वजह से दोबारा से कोरोनावायरस की जांच कराने के लिए कहा है। सोमवार को राष्ट्रपति जायर बोल्सनारो फेफड़े के स्कैन के लिए अस्पताल गए थे।
सीएनएन ब्रासिल की पुर्तगाल रिपोर्ट के अनुसार बोल्सनारो को अपने शरीर में बुखार सहित कुछ ऐसी लक्षण दिखे थे जिससे कोरोना होने का शक था, इसको ध्यान में रखते हुए वो अपने इलाज के लिए अस्पताल पहुंचे थे।
हाल के महीनों में बोल्सनारों के कई सहयोगियों को भी इसी तरह से कोरोनावायरस हुआ था। राष्ट्रपति बोल्सनारो अक्सर बिना मास्क के ही आम लोगों के बीच देखे जाते हैं इस वजह से ऐसी आशंका है कि उनको ऐसे किसी समारोह में जाने के दौरान संक्रमण हुआ होगा। उन्होंने शनिवार को ब्राजील में अमेरिकी राजदूत द्वारा आयोजित जुलाई की छुट्टी मनाने के लिए एक लंच में भाग लिया। वहां भी वो बिना मास्क के ही देखे गए थे, इसके अलावा सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क लगाने के नियम का पालन नहीं किया गया था।
दोपहर के भोजन के दौरान ली गई तस्वीर और विदेश मंत्री अर्नेस्टो अराज़ो द्वारा ट्विटर पर पोस्ट की गई तस्वीर में राष्ट्रपति को अमेरिकी राजदूत टॉड चैपमैन के बगल में बैठा दिखाया गया है। वो लंच के लिए सजाई गए टेबल पर टेबल पर अंगूठा दिखाकर लोगों का अभिवादन करते हैं, ऐसे मौके पर भी राष्ट्रपति को मास्क का इस्तेमाल करते हुए नहीं देखा गया। सोमवार की देर रात राष्ट्रपति आफिस से ये भी कहा गया था कि बोल्सनारो का सैंपल ले लिया गया है और उसका परिणाम मंगलवार को आ जाएगा।
खबर लिखे जाने तक परिणाम नहीं आया था। इसके अलावा बयान में ये भी कहा गया था कि राष्ट्रपति, इस समय, अच्छे स्वास्थ्य में हैं और अपने आवास पर बने हुए हैं। सोमवार की रात को भी अमेरिकी दूतावास ने इस बात पर चिंता व्यक्त की थी। उनकी ओर से कहा गया था कि वायरस से बचने के लिए सभी को इसके नियमों का पालन करना चाहिए, लापरवाही से संक्रमण हो सकता है। इसका ही बचाव करना है।