दुनिया के सबसे मोटे तोतों पर मंडराया बड़ा खतरा, दुर्लभ प्रजाति को बचाने में जुटी विशेषज्ञों की टीम
न्यूजीलैंड पर पाए जाने वाले तोतों को श्वसन संबंधी रोग एस्परजिलोसिस ने जकड़ लिया है। विशेष प्रजाति के इस तोते का वजन चार किलो तक होता है। यह निशाचर हैं और उड़ नहीं सकते।
वेलिंगटन, एएफपी। पहले से ही विलुप्त होने के खतरे से जूझ रहे दुनिया के सबसे मोटे ककापो प्रजाति के तोतों पर एक और नया खतरा मंडराने लगा है। न्यूजीलैंड के वैज्ञानिकों ने गुरुवार को कहा कि देश के सुदूर कोल्डफिश द्वीप पर पाए जाने वाले इन तोतों को श्वसन संबंधी रोग एस्परजिलोसिस ने जकड़ लिया है। विशेष प्रजाति के इस तोते का वजन चार किलो तक होता है। यह निशाचर है और उड़ नहीं सकता।
न्यूजीलैंड के संरक्षण विभाग के अनुसार, इस रोग की चपेट में आए 36 तोतों का इलाज किया जा रहा है। सात तोतों की मौत हो चुकी है। चिंता की बात यह है कि इस किस्म के लगभग 150 व्यस्क तोते ही बचे हैं। 1990 में इनकी संख्या घटकर 50 रह गई थी। तमाम प्रयासों से इनकी संख्या कुछ बढ़ी थी।
इस साल रिकॉर्ड अंडे दिए
दुर्लभ प्रजाति के इन तोतों ने इस साल रिकॉर्ड 249 अंडे दिए थे। इन अंडों से निकले 75 बच्चे अब भी जीवित हैं। गत वर्षो की तुलना में यह संख्या दोगुनी है। उनके प्रजनन का कार्यक्रम वैज्ञानिकों की देखरेख में चल रहा है। यह तोता दो से चार साल में एक बार ही प्रजनन करता है।
लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप