कोरोना संक्रमण से ऑस्ट्रेलियाई यूनिवर्सिटी बुरी तरह प्रभावित, अरबों रुपये का हुआ नुकसान
वैश्विक महामारी कोरोना की रोकथाम के लिए ऑस्ट्रेलिया की सीमाएं बंद हैं। शिक्षा देश की अर्थव्यवस्था का चौथा सबसे बड़ा क्षेत्र है।
कैनबरा, आइएएनएस। कोरोना महामारी के चलते ऑस्ट्रेलिया में उच्च शिक्षण संस्थानों का बुरा हाल है। विदेशी छात्रों के ऑस्ट्रेलिया नहीं आने से विश्वविद्यालयों को 4.6 अरब ऑस्ट्रेलियाई डॉलर (करीब 230 अरब रुपये) के नुकसान की आशंका है। देश में 39 यूनिवर्सिटी की प्रतिनिधित्व करने वाली संस्था यूनिवर्सिटीज ऑस्ट्रेलिया (यूए) की मुख्य कार्यकारी कैट्रियोना जैक्सन ने मंगलवार को कहा कि ऐसे हालात में इन संस्थानों में 21 हजार से ज्यादा लोग अपनी नौकरी गंवा सकते हैं।
वैश्विक महामारी कोरोना की रोकथाम के लिए ऑस्ट्रेलिया की सीमाएं बंद हैं। शिक्षा देश की अर्थव्यवस्था का चौथा सबसे बड़ा क्षेत्र है। ऑस्ट्रेलिया को विदेशी छात्रों से 2018-19 में कुल 37.6 अरब ऑस्ट्रेलियाई डॉलर (करीब 1885 अरब रुपये) का लाभ हुआ था। देश में कुल 15 लाख छात्रों में एक तिहाई संख्या विदेशी छात्रों की है। कई यूनिवर्सिटी ने सरकार से विदेशी छात्रों को ऑस्ट्रेलिया आने की छूट देने की मांग की है।
कोरोना ने कई देशों के बिगाड़े हालात
बता दें कि कोरोना वायरस से सिर्फ ऑस्ट्रेलिया ही नहीं, बल्कि दूसरे देश भी बुरी तरह से प्रभावित हुए हैं। ज्यादातर देशों की अर्थव्यस्था से लेककर जान माल का काफी नुकसान हुआ है। रूस में पिछले 24 घंटों के दौरान कोरोना वायरस से सर्वाधिक 174 लोगों की मौत हुई है और 8,915 नए मामले सामने आए हैं। देश में कोरोना वायरस से मरने वालों की कुल संख्या 3,807 पहुंच गई है, जबकि अब तक 3 लाख 62 हजार से ज्यादा लोग संक्रमित हैं। थाईलैंड ने मंगलवार को कोरोना वायरस के तीन नए मामलों की पुष्टि हुई है। हालांकि इस दौरान कोई नई मौत नहीं हुई है। इसको मिलाकर देश में कोरोना संक्रमितों की कुल संख्या 3,045 पहुंच गई है, जबकि कुल 57 लोगों की मौत हुईं। जानकारी के मुताबिक सभी तीनों संक्रमित थाई नागरिक है, जो हाल ही में विदेशों से लौटे थे।
वहीं, कोरोना महामारी से जूझ रहे साऊदी अरब ने लॉकडाउन के प्रतिबंधों में ढील देने की योजना बनाई है। स्वास्थ्य मंत्री तौफीक अल-रबिया ने बताया कि देश वायरस के प्रसार को रोकने के लिए लगाए गए प्रतिबंधों में 28 मई के बाद से कुछ ढील दी जाएगी।