दक्षिण चीन सागर पर निगरानी के लिए ऑस्ट्रेलिया खरीदेगा ड्रोन
अपनी नौसेना की क्षमता बढ़ाने के लिए ऑस्ट्रेलिया ने 520 करोड़ डॉलर (करीब 36 हजार करोड़ रुपये) की बड़ी रकम खर्च करने का फैसला किया है।
सिडनी (एएफपी)। दक्षिण चीन सागर सहित अपनी जल सीमा की निगरानी के लिए ऑस्ट्रेलिया उच्च तकनीक वाले छह अमेरिकी ड्रोन खरीदेगा। नौसेना की क्षमता बढ़ाने के लिए ऑस्ट्रेलिया ने 520 करोड़ डॉलर (करीब 36 हजार करोड़ रुपये) की बड़ी रकम खर्च करने का फैसला किया है। ड्रोन खरीदने के साथ ही यह रकम नई पनडुब्बियों, गश्ती पोत और नौकाओं के निर्माण में खर्च की जाएगी।
ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री मैल्कम टर्नबुल ने मंगलवार को कहा, 'सात हजार करोड़ रुपये में ऑस्ट्रेलिया छह एमक्यू-4सी ट्रिटन निगरानी ड्रोन खरीदेगा जो 2023 तक नौसेना में शामिल होंगे। ये ड्रोन मौजूदा समय में निगरानी के लिए इस्तेमाल हो रहे सात पी-8ए पोसाइडन विमानों का सहयोग करेंगे। यह निवेश हमारी सीमाओं और हमारे क्षेत्र की अधिक सुरक्षा करेगा।'
रक्षा उद्योग मंत्री क्रिस्टोफर पाइन ने कहा, 'इससे हमारी निगरानी और टोही क्षमता बढ़ेगी। हिंद महासागर, प्रशांत और अंटार्कटिका से लेकर दक्षिण चीन सागर तक दुनिया के दस फीसद जलक्षेत्र की सुरक्षा की जिम्मेदारी ऑस्ट्रेलिया की है। ऑस्ट्रेलिया दक्षिण चीन सागर में स्वतंत्र आवागमन का समर्थन करता है।'
संसाधनों से भरे दक्षिण चीन सागर पर चीन अपना दावा करता है। इसी के चलते उसकी अपने दक्षिणपूर्व एशियाई पड़ोसियों से तनातनी रहती है। चीन के दावे को नकारते हुए ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका व अन्य देशों के साथ दक्षिण चीन सागर में संयुक्त युद्धाभ्यास कर चुका है।