आग से झुलस रहे जंगलों के लिए बारिश बनी वरदान, सिडनी में पिछले 30 साल की सबसे अधिक बारिश
न्यू साउथ वेल्स रूरल फायर सर्विस के प्रवक्ता जेम्स मॉरिस ने बारिश को धन्यवाद देते हुए बताया कि कुरावन इलाके में लगी सबसे भयंकर आग पूरी तरह बुझ गई है।
मेलबर्न, रायटर। जंगलों में लगी आग से झुलस रहे ऑस्ट्रेलिया में भारी बारिश वरदान बनकर आई है। बारिश के चलते कुछ जंगलों में लगी आग पूरी तरह बुझ गई है और कई जगहों पर उसका स्तर चेतावनी बिंदु से नीचे आ गया है। भारी बारिश के कारण सिडनी और न्यू साउथ वेल्स प्रांत के पूर्वी तट पर प्रभावित इलाकों को खाली करने का आदेश दिया गया है। सिडनी में पिछले 30 सालों की सबसे अधिक बारिश दर्ज की गई।
74 दिनों से लगी थी आग
न्यू साउथ वेल्स रूरल फायर सर्विस के प्रवक्ता जेम्स मॉरिस ने बारिश को धन्यवाद देते हुए बताया कि कुरावन इलाके में लगी सबसे भयंकर आग पूरी तरह बुझ गई है। यहां पिछले 74 दिनों से आग लगी थी। इसके चलते पांच लाख हेक्टेयर जमीन पूरी तरह उजाड़ हो गई। अनुमान है कि बारिश कुछ दिनों में दक्षिणी इलाकों तक भी पहुंच जाएगी और सप्ताह के अंत तक सभी जगह आग पूरी तरह बुझ जाएगी।
सिडनी में चार दिनों में 400 मिमी बारिश
मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, सिडनी में पिछले चार दिनों में 200 से 400 मिलीमीटर तक बारिश रिकॉर्ड की गई है। इससे नदियों में बाढ़ आ गई। इससे पहले 1990 में यहां 414.2 मिमी बारिश हुई थी।
आग के चलते कोआला की आधी आबादी खत्म होने का अनुमान
बता दें कि ऑस्ट्रेलिया के जंगलों में लगी भयंकर आग से पेड़ों पर रहने वाले खूबसूरत प्राणी कोआला की आधी आबादी खत्म होने का अनुमान है। पिछले दिनों आग बुझाने के काम में लगे बचाव दल के सदस्यों ने कहा था कि दक्षिणी ऑस्ट्रेलिया के कंगारू द्वीप पर लगी आग से पचास फीसद कोआला मारे जा चुके हैं। आग लगने से पहले इस द्वीप पर करीब 50 हजार कोआला थे।
गौरतलब है कि ऑस्ट्रेलिया के जंगलों में लगी आग से दसियों हजार पेड़-झाड़ियां और हजारों जानवर भस्म हो चुके हैं। गर्म हवा और जहरीले धुंए से पास के कस्बों-शहरों में रहना दूभर हो गया था। लोग घर छोड़कर भाग गए थे। वहीं, ऑस्ट्रेलिया सरकार ने कई इलाकों में आपातस्थिति घोषित कर दी है। बढ़े तापमान और गर्म हवा के चलते अग्निशमन दल को आग बुझाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा था।