COVID-19: धनी देशों में संघर्ष जारी, कम आय वाले देशों के हालात बदतर
कोविड-19 के कारण दुनिया में अब तक करीब 6 लाख संक्रमण के मामले हैं और मरने वाले 26000 हैं।
पेरिस, एएफपी। नए कोरोना वायरस ने दुनिया के 202 देशों के अपने चंगुल में ले लिया है। इस क्रम में धनी देश तो संघर्ष कर रहे हैं लेकिन कुछ ऐसे देश हैं जहां हालात पहले से ही खराब है और इस महामारी के कारण वे तो जड़ से ही खत्म हो जाएंगे।
कोरोना वायरस की महामारी से संघर्ष करने वाले यूरोप और अमेरिका को मदद देने वाली संगठनों ने चेताया है कि कम आय वाले देशों व युद्ध ग्रस्त क्षेत्रों जैसे सीरिया और यमन में जहां इससे बचने के उपाय कम हैं, वहां लोग ऐसे ही खत्म हो जाएंगे क्योंकि ऐसी जगहों पर स्वच्छता व स्वास्थ्य हालात पहले से ही बदतर है।
चीन के वुहान से शुरू होकर यह महामारी दुनिया भर में करीब 6 लाख लोगों को संक्रमित कर दिया और 26,000 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं। एएफपी के अनुसार, अफ्रीका में आधिकारिक तौर पर जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, 83 मौतें हो चुकी हैं और 32,00 संक्रमित मामले हैं।
अफ्रीकी यूनियन के अनुसार, अफ्रीका में अधिकारिक संख्या अभी तक काफी कम है। शुक्रवार को 3,200 मामलों की पुष्टि हुई और 83 लोगों के मरने की खबर है। लेकिन सहयोगी संगठनों की ओर से कम आय वाले देशों में विध्वंसक परिणामों की चेतावनी दी जा रही है। इन देशों में स्वच्छता से जुड़े तमाम व्यवस्थाओं के हालात बदतर हैं। इस महामारी की मार सबसे ज्यादा शरणार्थियों पर पड़ेगी जो पहले से ही परेशानी में हैं। इंटरनेशनल रेस्क्यू कमिटी (IRC) के मिस्टी बुसवेल (Misty Buswell) ने कहा कि महामारी शुरू होने से पहले ही संकट ग्रस्त सीरिया का इदलीब प्रांत विशेषकर खतरे में है। उन्होंने बताया, ‘खाने के साथ पीने का पानी भी इनके पास नहीं है और ठंढे मौसम की मार के कारण पहले ही सैंकड़ो बीमार हैं।‘संयुक्त राष्ट्र के एक्सपर्ट ने चेताया है कि पूरी दुनिया में तीन बिलियन लोगों के पास पानी और साबुन तक नहीं है जो कि कोरोना वायरस से बचने का बेसिक हथियार है।‘