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फलस्‍तीन से विवाद में इजरायल का पक्ष लेने वाले देशों से चिंतित है अरब लीग और ईयू के विशेष दूत

अरब लीग ने यूरोपीय संघ के विशेष दूत से मुलकात के दौरान इजरायल और फलस्‍तीन विवाद पर चिंता जताई है। वार्ता में उन देशों पर भी चिंता जाहिर की गई है जो खुलकर इजरायल का पक्ष ले रहे हैं।

By Kamal VermaEdited By: Published: Mon, 21 Jun 2021 12:48 PM (IST)Updated: Mon, 21 Jun 2021 12:48 PM (IST)
फलस्‍तीन से विवाद में इजरायल का पक्ष लेने वाले देशों से चिंतित है अरब लीग और ईयू के विशेष दूत
अरब लीग ने इजरायल को लेकर जताई चिंता

काहिरा (आईएएनएस)। अरब लीग (एएल) के महासचिव अहमद अबोल घित ने यूरोपीय संघ (ईयू) के एक शीर्ष अधिकारी स्‍वेन कूपमेन के साथ बातचीत की है। इस दौरान उन्होंने दशकों से चल रहे फलस्‍तीन-इजरायल संघर्ष पर चर्चा की। स्‍वेन यूरोपीय संघ द्वारा मध्‍य एशिया शांति प्रक्रिया के लिए नियुक्‍त विशेष दूत हैं। शिन्‍हुआ एजेंसी ने अरब लीग द्वारा जारी बयान के आधार पर बताया है कि वार्ता के दौरान अबोल ने कहा है कि उन्‍हें उम्‍‍‍‍‍मीद

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है कि यूरोपीय संघ फलस्‍तीन के लोगों के अधिकारों के प्रति पूरी तरह से सचेत होगा इसके लिए वो पूरी एकजुटता और निष्‍ठा के साथ काम करेगा। अरब लीग द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि वार्ता के दौरान अबोल ने यूरोपीय संघ के उन देशों पर गहरी चिंता और नाराजगी व्‍यक्‍त की है जिन्‍होंने इजरायल द्वारा गाजा में की गई कार्रवाई का समर्थन किया है और जो लगातार फलस्‍तीन के विरोध में बात कर रहे हैं।

अरब लीग के बयान के मुताबिक अबोल का कहना है कि उन्‍हें इजरायल समर्थित देशों के बयानों को सुनकर धक्‍का लगता है। आपको बता दें कि हाल ही में इजरायल ने हमास के गाजा पट्टी स्थित मिलिट्री ठिकानों पर जबरदस्‍त बमबारी की थी। इस हवाई हमले में करीब 250 लोगों की मौत हो गई थी। इससे पहले हमास और इजरायल के बीच छिड़ी जंग को उस वक्‍त रोकने में सफलता हासिल हुई थी जब इजरायल ने 21 मई को मानवता के आधार पर प्रभावित इलाकों में राहत पहुंचाने के लिए सीजफायर का एलान किया था।

आपको बता दें कि अरब लीग करीब 22 देशों का संगठन है जो लगातार फलस्‍तीन का समर्थन करता रहा है। अरब लीग एक स्‍वतंत्र फलस्‍तीन का समर्थक है जिसमें 1967 में हुई सीमा निर्धारण के मुताबिक पूर्वी येरूशलम उसकी राजधानी है। ये निर्धारण संयुक्‍त राष्‍ट्र की मध्‍यस्‍थता के बीच किया गया था जो दो राष्‍ट्र सिद्धांत पर आधारित था।


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