कृत्रिम बुद्धिमता प्रणाली अब बिना इंटरनेट के करेगी काम
मोबाइल कंप्यूटर चिप पर हो सकेगा फिट, रोबोट इंडस्ट्री में भी किया जा सकेगा इस्तेमाल...
टोरंटो (प्रेट्र)। कनाडा के वैज्ञानिक इन दिनों एक ऐसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सिस्टम (कृत्रिम बुद्धिमता प्रणाली (एआइ) को विकसित कर रहे हैं, जो इंटरनेट और क्लाउड कंप्यूटिंग से पूरी तरह से मुक्त होगा। इसके जरिए उपभोक्ता को अधिक गोपनियता मिल सकेगी। शोधकर्ताओं के मुताबिक, यह नया डीप लर्निंग एआइ सॉफ्टवेयर इस तरह तैयार किया जा रहा है, जो मोबाइल कंप्यूटर चिप पर फिट हो सकेगा। इसका इस्तेमाल स्मार्टफोन से लेकर रोबोट इंडस्ट्री में किया जा सकेगा।
कई क्षेत्रों को मिलेगी मदद : कनाडा की यूनिवर्सिटी ऑफ वाटरलू में एलेक्जेंडर वॉन्ग के मुताबिक, हमें लगता है कि इसकी क्षमता बहुत अधिक होगी। इससे ऐसे कई क्षेत्रों को मदद मिल सकेगी, जिसमें लोगों को एआइ का प्रयोग करते समय परेशानी होती है। शोधकर्ताओं के मुताबिक, केवल डीप लर्निंग एआइ का इस्तेमाल किए जाने से डाटा प्रोसेसिंग (प्रसंस्करण) और ट्रांसमिशन लागत में बहुत कमी आएगी।
इन चीजों की पड़ती है जरूरत : मानव मस्तिष्क की नकल करने वाले डीप लर्निंग एआइ को विभिन्न परतों और कृत्रिम न्यूरॉन्स वाली परतों में डाटा प्रोसेसिंग के लिए गणन क्षमता, मेमोरी और ऊर्जा की आवश्यकता पड़ती है। शोधकर्ताओं ने इस बेहतर एआइ को विकसित करने के लिए प्रकृति में विकासवादी ताकतों पर किए गए अनुसंधान को थ्योरी के रूप में लिया है और इस पर कार्य कर रहे हैं। इसके जरिए वे इस एआइ प्रणाली को और अधिक विकसित करने का प्रयास कर रहे हैं, जिसमें यह प्रणाली आभासी वातावरण में उपरोक्त आवश्यक चीजों के बिना ही काम कर सकेगी। इसके लिए उसमें विभिन्न चीजें एक बार में ही फीड कर दी जाएंगी, जिसके बाद उसे कार्य करने के लिए हर बार गणना और मेमोरी की आवश्यकता नहीं पड़ेगी।
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