Move to Jagran APP

Afghanistan: तालिबान ने बल्ख प्रांत में ISIS के ठिकानों को बनाया निशाना, कई आतंकवादी किए ढेर

Afghanistan तालिबान के सुरक्षा बल ने ISIS के ठिकानों को निशाना बनाकर कई आतंकियों को मार गिराया है। आईएसआईएस आतंकवादियों के खिलाफ तालिबान ने विशेष अभियान चलाकर यह कार्रवाई की है। अफगानिस्तान में तालिबान के राज के बाद आईएसआईएस ने अपने हमले तेज कर दिए हैं।

By AgencyEdited By: Mahen KhannaPublished: Sun, 19 Mar 2023 11:28 AM (IST)Updated: Sun, 19 Mar 2023 11:28 AM (IST)
तालिबान सुरक्षा बल और आईएसआईएस के लड़ाकों में लड़ाई।

काबुल, एएनआइ। तालिबान ने आईएसआईएस के ठिकानों को निशाना बनाकर कई आतंकियों का सफाया किया है। तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने शनिवार को कहा कि तालिबान सुरक्षा बलों ने बल्ख प्रांत के मजार-ए-शरीफ में विद्रोहियों के खिलाफ एक बड़ा हमला किया। मुजाहिद ने कहा कि आईएसआईएस आतंकवादियों के खिलाफ तालिबान सुरक्षा बलों ने विशेष अभियान शुरू किया है।

loksabha election banner

ISIS के कई आतंकवादी मारे गए 

मुजाहिद के अनुसार, अभियान शुक्रवार देर रात तक चला और इसके परिणामस्वरूप, आईएसआईएस (ISIS) के कई आतंकवादी मारे गए और तालिबान सुरक्षा बल का एक सदस्य घायल हो गया। खामा प्रेस द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार स्थानीय सूत्रों ने भी मजार-ए-शरीफ के दश्त शोर इलाके में तालिबान सुरक्षा सैनिकों और विद्रोहियों के बीच झड़प की सूचना दी। 

आतंकवादी ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान के नागरिक

एक आधिकारिक बयान के अनुसार, मजार-ए-शरीफ में शुक्रवार रात के ऑपरेशन में मारे गए दाएश के पांच आतंकवादी ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान के नागरिक थे। बल्ख के पुलिस प्रवक्ता मोहम्मद आसिफ वजीर ने पझवोक अफगान न्यूज को बताया कि मजार-ए-शरीफ में खुफिया-आधारित अभियानों के तहत आईएसआईएस के तीन ठिकानों को नष्ट कर दिया गया है।

अफगानिस्तान में हमले तेज कर रहा ISIS

बल्ख में अधिकारियों ने हाल ही में आठ विद्रोहियों और अपहरणकर्ताओं की हत्या का दावा किया था। हालांकि, मृतक के रिश्तेदारों ने कहा कि पीड़ित निर्दोष थे और एक निर्माण कंपनी के लिए काम करते थे। बता दें कि आईएसआईएस लड़ाकों ने पूरे अफगानिस्तान में अपने हमले तेज कर दिए हैं, खासकर उत्तरी प्रांतों में। 

रूसी और पाकिस्तानी दूतावास पर हो चुके हमले

अफगानिस्तान में संयुक्त राष्ट्र सहायता मिशन (UNAMA) के अनुसार, ISIS आतंकवादी पिछले कुछ महीनों में काबुल में कई घातक हमलों के लिए जिम्मेदार रहे हैं, जिनमें रूसी दूतावास, पाकिस्तानी दूतावास और चीनी नागरिकों को ठहराने वाले एक होटल पर हमले शामिल हैं।

तालिबान द्वारा काबुल पर नियंत्रण करने से पहले केवल पूर्वी नांगरहार और खोस्त प्रांतों में ISIS की उपस्थिति थी। पिछले 18 महीनों में, आतंकवादी समूह ने अफगानिस्तान के कई क्षेत्रों में अपने पैर पसार लिए हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.