जलने से हुए घावों को भरेगा 3डी प्रिंटर, दागों से भी दिलाएगा मुक्ति, जीवित कोशिकाओं से बनी है इंक
वैज्ञानिकों ने एक नया 3डी प्रिंटर विकसित किया है जो जले हुए घावों पर असली त्वचा की परत चढ़ाता है। इसमें स्याही के लिए जीवित कोशिकाओं से बने पदार्थ होते हैं।
टोरंटो, पीटीआइ। शोधकर्ताओं ने एक नया 3डी प्रिंटर विकसित किया है जो जले हुए घावों को सही करने के लिए उसके ऊपर असली त्वचा की परत चढ़ाता है। इस नई विधि से जले हुए मरीजों को ज्यादा तेजी और कारगर तरीके से उपचार मुहैया कराया जा सकता है। कनाडा में टोरंटो यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने बताया कि इस डिवाइस से घाव पर बॉयोमैटेरियल की पट्टी दर पट्टी चढ़ाई जाती है।
'बॉयोफैब्रिकेशन' जर्नल में प्रकाशित अध्ययन में बताया गया कि इस 3डी प्रिंटर की बॉयो इंक अविकसित कोशिकाओं से बनी है। जब इस इंक को घाव पर चढ़ाया जाता है तो ये अविकसित कोशिकाएं अपने आस-पास के माहौल के हिसाब से विकास करके घाव को भरने में मदद करती हैं।
दरअसल बॉयो इंक जीवित कोशिकाओं से बने पदार्थ होते हैं। जिनका उपयोग ऊतकों के माडल के 3डी प्रिंटिंग के लिए किया जाता है। शोधकर्ताओं ने बताया कि इस बॉयो इंक की कोशिकाएं त्वचा को जल्द सही करने के साथ ही उनके दाग-धब्बे भी कम कर देती हैं।
टोरंटो यूनिवर्सिटी से इस अध्ययन के सह लेखक एक्सल गुएंथर ने कहा, 'पहले हमने सिर्फ यह परिकल्पना की थी कि हम जलने से हुए घाव पर जीवित कोशिकाओं को एकत्र कर उपचार कर सकते हैं, लेकिन अब हमने यह कर दिखाया।' वर्तमान में जले हुए घावों का उपचार स्किन ग्राफ्टिंग से किया जाता है, जिसके लिए घाव पर शरीर के अन्य हिस्सों से स्वस्थ त्वचा का प्रत्यारोपण किया जाता है।
शोधकर्ताओं का कहना है कि जलने के बड़े घावों पर प्रत्यारोपण के लिए पर्याप्त स्वस्थ त्वचा उपलब्ध नहीं होती है, जिसकी वजह से मरीज की मौत तक हो जाती है। अध्ययन के अनुसार यह 3डी प्रिंटर बेहद हल्का और हाथ में पकड़कर कहीं भी ले जाया जा सकता है। यह प्रिंटर जलने के मरीजों का जीवन बचाने में बड़ा कारगर साबित होगा। यही पूरी उपचार प्रणाली को नई दिशा की ओर ले जाएगा। इस प्रिंटर की खास बात यह है कि यह घाव भरने के साथ की जलने से पड़ने वालों दाग भी नहीं होने देता है।