बांग्लादेश में समुद्री तूफान एम्फन से 15 की मौत, 200 KMPH की रफ्तार से चली तेज हवाएं
बुधवार दोपहर बाद ढाई बजे के करीब यह चक्रवात समुद्र की ओर से पश्चिम बंगाल के दीघा और बांग्लादेश के हटिया द्वीप के तट से टकराया था।
ढाका, एजेंसियां। बांग्लादेश में समुद्री तूफान एम्फन से कम से कम 15 लोगों की मौत हो गई है। इसकी जानकारी देते हुए स्वास्थ्य मंत्रालय की प्रवक्ता आयशा अख्तर ने बताया कि चक्रवात से हुए नुकसान का जायजा लिया जा रहा है। 160 से 200 किलोमीटर प्रति घंटे तक की रफ्तार से चली प्रचंड हवा के चलते जगह-जगह पेड़ और बिजली के खंभे उखड़ गए। कई मकानों के दीवार भी ढह गए। तेज बारिश ने तूफान के कहर को और बढ़ा दिया।
बुधवार दोपहर बाद ढाई बजे के करीब यह चक्रवात समुद्र की ओर से पश्चिम बंगाल के दीघा और बांग्लादेश के हटिया द्वीप के तट से टकराया था। भारत और बांग्लादेश दोनों की सीमा में आने वाला सुंदरवन चक्रवात से सबसे ज्यादा प्रभावित क्षेत्र रहा। जंगल में कई जानवरों के मारे जाने की आशंका है।
इस बीच यूनिसेफ ने आशंका जताई है कि तूफान एम्फन से भारत और बांग्लादेश में कम से कम 1.9 करोड़ बच्चे प्रभावित हो सकते हैं।
पश्चिम बंगाल में भी तूफान ने मचाई तबाही
वहीं, दूसरी ओर भीषण तूफान एम्फन ने कोलकाता समेत पश्चिम बंगाल के कई जिलों में भीषण तबाही मचाई और इस विनाशकारी तूफान की चपेट में आने से 72 लोगों की जान चली गई। सन् 1737 के बाद सबसे बड़ा विनाशकारी तूफान ने कोरोना के संकट काल में बंगाल को भीषण रूप से तबाह कर दिया है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि ऐसा तूफान कभी देखा नहीं था। पांच लाख लोगों को सुरक्षित करने के बावजूद इतनी जानें चली गई। कई जिलों से संपर्क कट गया है।
हजारों मकान, पेड़-पौधे, करोड़ों रुपय की फसलें, दर्जनों दुकानें, सैकड़ों बिजली के खंभे, मोबाइल टावर, लैंप पोस्ट से लेकर कई वाहन, तटबंद, पुल व पुलिया तक धवस्त हो गए। महानगर की सड़कों पर जहां-तहां गिरे पेड़, बिजली और केबल के टूटे तार और खंभे, क्षतिग्रस्त हुई गाड़ियां, गलियों व सड़कों पर बिखरे शीशे, हावड़ा, पूर्व मेदिनीपुर, दक्षिण व उत्तर 24 परगना, नदिया व कोलकाता के कई इलाकों में गुल बिजली, कोलकाता एयरपोर्ट के रनवे पर जमा पानी, एयर इंडिया के हैंगर, थाना का ढहना और राज्य सचिवालय नवान्न की खिड़कियां व दरवाजे का टूटना, यह बताने को काफी है कि एम्फन की रफ्तार कितनी थी।